पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया कि फ्लोरिडा स्थित उनके मार-ए-लागो आवास पर एफबीआई एजेंटों द्वारा छापेमारी की गई है. उन्होंने इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया है। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जारी किए गए अपने एक वक्तव्य में कहा कि मेरे पॉम बीच स्थित खूबसूरत घर मार-ए-लीगो को एफबीआई ने कब्जे में ले लिया है। यहां की तलाशी ली जा रही है। यहां एफबीआई के एजेंट मौजूद हैं।
ट्रंप ने लेफ्ट डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘वह नहीं चाहते कि मैं 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी करूं यह छापेमारी गैरकानूनी है। इसके साथ ही यह न्याय प्रणाली का हथियारकरण है। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक एफबीआई ने अभी तक छापेमारी की पुष्टि नहीं की है। फिलहाल ट्रंप ने अभी तक आधिकारिक तौर पर 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है हालांकि हाल के कुछ महीनों में उन्होंने इसके मजबूत संकेत दिए हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में किसी पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। संबंधित जांच एजेंसियों की मदद करने व उनका सहयोग करने के बावजूद बगैर सूचना दिए मेरे घर पर छापा मारा गया है। यह अनावश्यक व अनुचित है। अमेरिकी न्याय विभाग ट्रंप के समर्थकों की भीड़ द्वारा यूएस कैपिटल पर 6 जनवरी के हमले की जांच कर रहा है. यह घटना प्रतिनिधि सभा समिति की जांच का विषय है। लेकिन अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने अभी तक किसी एक अपराधी पर उंगली नहीं उठाई है।
एफबीआई के छापे से बुरी तरह भड़के ट्रंप ने कहा ‘यह अभियोजन पक्ष का कदाचरण है और न्याय प्रणाली का शस्त्रीकरण है। यक कट्टरपंथी डेमोक्रेट्स का हमला है, जो हताश होकर मुझे 2024 का चुनाव लड़ने से रोकना चाहते हैं। ट्रंप ने अमेरिका में भ्रष्टाचार अल्प विकसित (थर्ड वर्ल्ड) देशों के स्तर तक पहुंचने का आरोप लगाते हुए इस कार्रवाई की तुलना वाटरगेट कांड से कर दी।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’