केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी देते हुए कहा है कि भारत ने हमेशा उन लोगों का स्वागत किया है जिन्होंने देश में शरण मांगी है। इसके साथ ही जानकारी सामने आई कि 1100 रोहिंग्याओं को घर देने का फैसला भी ले लिया गया है। राष्ट्र मंच के ट्विटर हैंडल ने लिखा गया, ‘CAA और NRC सांसद में पास करना और उसपर 2 साल से कोई कानून ना बनाना पूरी तरह से एक वोट बैंक था, ये बातें केंद्र सरकार ने भी मान ली हैं। इस ट्वीट को पूर्व भाजपा नेता और राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार रहे यशवंत सिन्हा ने रिट्वीट किया है।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने लिखा, ‘कृपया करके रोहिंग्या से पहले कश्मीरी पंडितों और अफगानिस्तान से आए हिंदू सिखों को फ्लैट्स और पुलिस सुरक्षा दिलवा दीजिए सर, पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को वर्षों से झुग्गियों में बिना बिजली रहना पड़ रहा हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया, ‘एक ऐतिहासिक फैसले में सभी रोहिंग्या शरणार्थियों को दिल्ली के बक्करवाला इलाके में ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्हें मूलभूत सुविधाएं, यूएनएचसीआर आईडी और चौबीसों घंटे संरक्षण प्रदान किया जाएगा।
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने लिखा कि सर यह एक भूल है। इसका खामियाजा भारत को बाद में भुगतना पड़ेगा। हम उन्हें किससे बचा रहे हैं? कश्मीरी पंडित जो अपने ही देश में शरणार्थी हैं, जम्मू में आज भी दयनीय स्थिति में हैं। आप नेता नरेश बालियान ने कश्मीरी पंडितों के प्रदर्शन वाले वीडियो को शेयर कर लिखा कि आप लोग प्रदर्शन करते रहें। मोदी सरकार अभी रोहिंग्या को 250 नये फ्लैट देने में व्यस्त है। आप लोग मरते रहिए। वोट तो आपके ही नाम पर मिलेगा।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’