एक किराएदार ने किराए के घर को अपना बता डाला है जिसके चलते एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है और इस विवाद के कारण मकान मालिक को अपने फ्लैट के सामने ही बेगानों की तरह रहना पड़ रहा है।सुनील कुमार मुंबई में जॉब करते थे। ग्रेटर नोएडा के स्काई गार्डेन टी-5 एफ-1505 नंबर का फ्लैट सुनील कुमार का है। रिटायर होने के बाद जब वे अपनी पत्नी राखी गुप्ता के साथ नोएडा फ्लैट में रहने आए तो किराएदार ने घर खाली नहीं किया। रेंट एग्रीमेंट एक महीने पहले खत्म हो गया था। इसके बावजूद वो अपना फ्लैट खाली नहीं करवा पाए।
मकान मालिक ने ट्वीट कर कहा कि वह कितने बदनसीब हैं कि अपने घर में प्रवेश करने से उनकी महिला किराएदार ही उन्हें रोक रही है। वही महिला किराएदार का कहना है कि मकान मालिक ने उसे इस कदर बेइज्जत किया है कि उसका अब राह चलना भी मुश्किल हो गया है। महिला किराएदार का आरोप है कि मकान मालिक ने उसके साथ मारपीट भी की जबकि मकान मालिक आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। मकान मालकिन राखी गुप्ता ने बताया कि पिछले साल 2021 में भी प्रीति ने इमोशनल ब्लैकमेल कर मकान किराये पर लिया था। तब उसने कोविड और दूसरी परेशानियों का जिक्र किया था। वहीं प्रीति के मारपीट के आरोपों को मकान मालिक राखी गुप्ता ने सिरे से खारिज किया है।
वहीं इस पूरे विवाद पर किराएदार प्रीति गुप्ता का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कि है कि मकान छोड़ना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं है,लेकिन मकान खाली कराने का जो तरीका अपनाया गया, वह बेहद कष्टकारी, पीड़ाजनक और अपमानजनक है। किराए दार ने कहा है कि उसे ऐसे-ऐसे शब्द कहे गए, जिसे किसी भी सभ्य व्यक्ति को जुबान पर लाना संभव नहीं है। अब प्रीति गुप्ता ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस के अलावा महिला आयोग से भी की है।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’