यूपी के अलीगढ़ से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य विभाग ही नहीं पूरे जिले की नींद उड़ाकर रख दी है। स्वास्थ्य विभाग की एक लापरवाही 120 बच्चों बच्चों की जिंदगी पर भारी पड़ गई। दरअसल अलीगढ़ छर्रा और दादों क्षेत्र में शुक्रवार को डीपीटी और डीटी का टीका लगने स्कूल पहुंची थी। चलते स्कूल के अंदर टीम घुस गई और बच्चों का वैक्सीनेशन कर दिया। वैक्सीनेशन की जानकारी न तो स्वास्थ्य विभाग ने घर वालों को दी और न ही शिक्षा विभाग ने।
बता दें कि मामला अलीगढ़ के थाना दादों इलाके के नाई के नगला प्राथमिक विद्यालय का है। जहां स्कूल टीचरों ने बच्चों के साथ मारपीट कर उन्हें कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद बिना बच्चों के माता-पिता की अनुमति के लगभग 150 बच्चों को जबरन वैक्सीन की डोज लगा दी गई। जिससे लगभग 50 बच्चों की तबीयत खराब हो गई। आनन-फानन में उन्हें छर्रा इलाके की सीएससी में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है।
जबरन कमरे में बंद कर पीटा गया और फिर लगाई गई वैक्सीन- पीड़ित बच्चे
बच्चों ने बताया कि स्कूल की टीचरों ने जबरन उनकों कमरे में बंद कर उनकी पिटाई की और इसके बाद डोज लगा दी गई। डोज के कुछ समय ही बाद अधिकतर बच्चों को उल्टी दस्त और तेज बुखार आने लगा। इसके बाद परिजनों ने अपने बच्चों को स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया है। साथ ही परिजनों ने स्कूल के टीचरों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बिना उनकों बताए टीचरों और डाक्योरं ने मिलकर बच्चों के साथ यह हरकत की है।
डीपीडी के टीके के बाद बुखार आता है- डॉक्टर अवनेंद्र यादव
वहीं, इस बारे में जानकारी देते हुए छर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर अवनेंद्र यादव ने बताया कि बूस्टर अभियान चल रहा है। जिसके चलते सभी को टीडी और डीपीडी के टीके लगाए जा रहे है। साथ ही उन्होंने बताया कि डीपीडी के टीके के बाद बुखार आता है, इसलिए बच्चों को बुखार हुआ है, अभी सब बच्चे खतरे से बाहर हैं।