शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग में सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। डीसीपी और एडीसीपी की निगरानी में चार टीमों ने सोमवार रात को एक साथ 18 ठिकानों पर दबिश दी।
अब्बास अंसारी की तलाश में महानगर पुलिस ने सोमवार देर रात आलमबाग इलाके मे रहने वाले करीबी माफिया जुगनू वालिया और आलमबाग के बरहा निवासी यशवेंद्र उर्फ यूसुफ के घर पर दबिश दी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। लखनऊ में कहीं भी अब्बास अंसारी हाथ नहीं लगा। उससे जुड़े कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ भी की। उधर लखनऊ के अलावा गाजीपुर, दिल्ली में भी सोमवार रात को दबिश दी गई।
उसके खिलाफ तीन साल पहले महानगर थाने में एक शस्त्र लाइसेंस पर कई असलहे खरीदने और फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज है। एमपी-एमएलए विशेष कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से ही मऊ सदर से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी फरार है। इससे पहले लखनऊ की क्राइम ब्रांच टीम ने 25 जुलाई को लखनऊ, दिल्ली, मऊ और गाजीपुर में छापा मारा था। कोर्ट ने अब्बास को 27 जुलाई तक गिरफ्तार करने का आदेश दिया था।
रविवार को महानगर प्रभारी निरीक्षक केशव कुमार तिवारी अपनी टीम के साथ दारुलशफा स्थित आवास नंबर 107 पर दोपहर ढाई बजे पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला था। इसके बाद पुलिस अब्बास के निजी आवास मेट्रो सिटी, डालीबाग भी गई लेकिन वहां भी कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने मेट्रो सिटी में पांच दिन पुरानी सीसी फुटेज भी देखी। विधायक निवास पर तो अब्बास अंसारी के कई दिन से न आने की बात आस पास के लोगों ने बतायी। डीसीपी कासिम आब्दी ने बताया कि कॉल डिटेल और अन्य जानकारियों के आधार पर 18 स्थान चिन्हित किये गये थे।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’