आजादी के अमृत महोत्सव को प्रदर्शित करने के लिए इस बार कई नई पहल की गई है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार परंपरागत रूप से इस्तेमाल की जा रही ब्रिटिश तोप के साथ डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकसित पूरी तरह से स्वदेशी एटीएजीएस से औपचारिक 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। पहली बार लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान औपचारिक 21 तोपों की सलामी के लिए सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत स्वदेशी होवित्जर तोप, एडवांस्ड टॉड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) प्रोटोटाइप का उपयोग किया जाएगा।
इसके साथ ही लालकिले पर होने वाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के सभी जिलों से एनसीसी कैडेटों को आमंत्रित किया गया है। इन कैडेटों को भारत के मानचित्र के भौगोलिक फॉरमेशन में लाल किले की प्राचीर के सामने ज्ञान पथ पर बैठाया जाएगा। इसके साथ ही पहली बार 9 से 17 अगस्त के बीच एक विशेष युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें शामिल होने के लिए 14 देशों अमेरिका, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, ब्राजील, फिजी, इंडोनेशिया, किर्गिस्तान, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, नाइजीरिया, सेशेल्स, यूएई और उज्बेकिस्तान के कुल 26 अधिकारी, पर्यवेक्षक और 127 कैडेट युवा भारत आए हुए हैं।
समाज के उस वर्ग को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, जिसे आमतौर पर अनदेखा किया जाता है। इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रेहड़ी-पटरी वाले, मुद्रा योजना ऋणग्राही व्यक्ति, शवगृह कार्यकर्ता आदि शामिल हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 10 अगस्त 2022 की शाम को एनसीसी, दिल्ली छावनी में युवाओं के साथ संवाद करेंगे। युवा भारतीय कैडेटों के साथ संवाद करने के अलावा रक्षा मंत्रालय, सशस्त्र सेनाओं और एनसीसी के वरिष्ठ अधिकारियों से भी भेंट करेंगे। इसके साथ 127 युवाओं का चयन विभिन्न देशों में आयोजित एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया है, जिसमें लाखों छात्रों ने भाग लिया था।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’