उत्तर प्रदेश की वाराणसी जेल में बंद माफिया डॉन बृजेश सिंह (Brijesh Singh) को जमानत मिल गई है। बृजेश को गाजीपुर के उसरी चट्टी कांड में हाई कोर्ट की सिंगल बेंच से राहत मिली है। उत्तर प्रदेश में कभी दहशत का पर्याय रहे डॉन बृजेश सिंह को 13 साल बाद रिहा कर दिया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उसे बुधवार को ही सशर्त बेल दी है। वाराणसी की शिवपुर सेंट्रल जेल से गुरुवार शाम को माफिया बृजेश सिंह बाहर आ गया।
बृजेश सिंह के ऊपर 41 मामले दर्ज थे। इसमें से 15 में वह बरी हो चुका है. अभी सिर्फ 3 मुकदमों का ट्रायल चल रहा है। इसमें भी दो मामलों में उसे पहले ही जमा ही जमानत मिल चुकी है। बस यही एक मामला था, जिसमें उसे जमानत नहीं मिली थी। अब हाई कोर्ट ने इस मामले में भी जमानत दे दी है।
बृजेश के वकील सूरज सिंह ने गुरुवार को मामले में अपनी दलीलें रखीं, जिसके बाद कोर्ट में जस्टिस अरविंद मिश्रा की बेंच ने जमानत अर्जी मंजूर कर दी। कोर्ट की तरफ से इस मामले में बृजेश की पहली अर्जी खारिज कर दी गई थी। उसने साल 2001 में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के उसरी चट्टी में मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला किया था। इस घटना के बाद बृजेश सिंह गायब हो गए थे और ये माना जाने लगा था कि उसकी हत्या हो चुकी है।
गुरुवार को जब शिवपुर केंद्रीय कारागार से बृजेश सिंह के बाहर आने का समय हुआ,तो उसके घंटों पहले जेल के आसपास हलचल बढ़ गई बृजेश सिंह ठीक 7 बजे बाहर आए और एक फॉर्च्यूनर गाड़ी में सवार हो गए।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’