पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को पत्र लिखकर आतंकी मसूद अजहर को गिरफ्तार करने के लिए कहा है. मसूद अजहर के पाकिस्तान में होने के सबूत भारत कई बार दे चुका है. लेकिन पाकिस्तान सरकार और वहां की सेना इस बात से इनकार करती रही है. अब SCO बैठक से पहले पाकिस्तान ने चिट्ठी लिखकर खुद को आतंक पीड़ित बताने में जुट गया है..
आतंकियों को पनाह देने के लिए पाकिस्तान दुनियाभर में कुख्यात है, लेकिन खुद को पाक साफ दिखाने की उसकी पैंतरेबाजी कम होती नहीं दिख रही है. पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार को ऐसा पत्र लिख दिया जिसमें उसने आतंकी मसूद अजहर को गिरफ्तार करने की हिदायत दे दी है. भारतीय सुरक्षा एक्सपर्ट इसे कोरा बकवास करार दे रहे हैं.
यह सभी को पता है कि लश्कर ने दो दशक में कई बार नाम बदला और पाकिस्तान में लगातार एक्टिव है. कुछ समय तक इसे जमाद उद दावा के नाम से जाना जाता था. लेकिन जब इसे बैन कर दिया गया, यह फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन के नाम से काम करने लगा. जब यह भी जांच के घेरे में आ गया तो इसका नाम अल्लाह हू अकबर तहरीर कर दिया गया |
उज्जबेकिस्तान की राजधानी समरकंद में 15-16 सितंबर को SCO की बैठक होने वाली है. इस बैठक में भारत आतंक के खिलाफ एक्शन की बात उठा सकता है. तो क्या इसी संभावना को देखते हुए पाकिस्तान ने अजहर की गिरफ्तारी की मांग उठाई है.