राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों के लिए ‘पिटाई’ शब्द का इस्तेमाल कर दिया था. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस विवाद पर आपत्ति जताते हुए लोकसभा में जवाब दिया है. जयशंकर ने जोर देकर कहा है कि भारतीय सेना के लिए पिटाई जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है. हमारी सेना इस प्रकार की भाषा डिजर्व नहीं करती.
अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग सेक्टर में भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तरफ से दिए गए एक बयान पर सियासत तेज हो गई है. राहुल गांधी ने भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों के लिए ‘पिटाई’ शब्द का इस्तेमाल कर दिया था. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने इस विवाद पर आपत्ति जताते हुए लोकसभा में जवाब दिया है. जयशंकर ने जोर देकर कहा है कि भारतीय सेना के लिए पिटाई जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है. हमारी सेना इस प्रकार की भाषा डिजर्व नहीं करती.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘मैंने सुना है कि कुछ लोग मेरी समझदारी पर सवाल उठा रहे हैं. जब पता चलता है कि ये सुझाव कहा से आ रहा है, मैं सिर्फ सम्मान में झुक सकता हूं. लेकिन, जवानों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से निशाने पर नहीं लेना चाहिए. हमारे जवान तो 13000 फीट की ऊंचाई पर सीमा की रक्षा कर रहे हैं. उनके लिए पिटाई जैसे शब्द का इस्तेमाल करना ठीक नहीं. उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.’
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प का मामला सुर्खियों में है. घटना 9 दिसंबर की बताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के करीब 300 सैनिक एक प्लानिंग के तहत यांगत्से (Yangste) इलाके में भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए पहुंचे थे. भारतीय सैनिकों ने चीन की सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया. उन्होंने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया. हालांकि इस भिड़ंत में दोनों ओर से सैनिक घायल हुए हैं. दावा किया जा रहा है कि चीन की सेना को ज्यादा नुकसान हुआ है.