उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज की पुलिस और एसटीएफ की टीम ने दूसरे शूटर को भी मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। यह वही शूटर है जो पास की दुकान पर खड़े होकर सामान खरीदने का नाटक कर रहा था और उमेश पाल के पहुंचते ही उनके ऊपर गोलियों की बौछार करने लगा। पुलिस इसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल शूटआउट कांड के 11 वें दिन प्रयागराज पुलिस ने यमुनानगर के कौंधियारा थाना इलाके में एक और बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि 50 हजार का इनामी और उमेश पाल एवं सरकारी गनर पर पहली गोली चलाने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा थाना इलाके में है।
मृतक की पत्नी के अनुसार, “हमारे पति बोलेरो पिकअप चलाते थे. उनकी उम्र 22 साल थी. योगी ये सब करवा रहे हैं, और कोई नहीं करवा रहा है. 24 तारीख को हमारे पति घर पर भी थे और बाहर काम से भी गए थे. पुलिस ने बिलकुल गलत किया है. कानून बनाया है इसका मतलब यह नहीं कि जान से मार दें.”
गौरतलब है कि 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की गोली और बमों से हमला कर हत्या कर दी गई थी. इस दौरान उमेश पाल की सुरक्षा में लगे यूपी पुलिस के 2 जवानों की भी मौत हो गई थी. इस घटना से यूपी में हड़कंप मच गया था. आरोप है कि उमेश पर पहला फायर विजय ने जी झोंका था, जिसकी एनकाउंटर में मौत हो गई है.
बता दें कि साल 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में उमेश पाल अहम गवाह थे. उस हत्याकांड का आरोप माफिया अतीक अहमद पर लगा था. आपको यह भी बता दें कि उमेश पाल की हत्या के मामले में अतीक अहमद का नाम सामने आ रहा है. अतीक के बेटे के खिलाफ भी पुलिस लगातार एक्शन मोड में नजर आ रही है.