मानव शरीर में कई बार कुछ कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं. कोशिकाओं के इस तरह से बढ़ जाने को ट्यूमर (Tumor) कहा जाता है। जब यह कोशिकाएं संक्रमित हो जाती हैं तो इसे कैंसर कहा जाता है।
लंग कैंसर में सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा पाया जाता है. संयुक्त राज्य अमेरिका (America) में पुरुषों और महिलाओं दोनों में यह दूसरा सबसे अधिक पाया जाने वाला कैंसर है। धूम्रपान (Smoking) फेफड़ों के कैंसर का पहला सबसे मुख्य कारण माना जाता है। अगर कोई व्यक्ति ध्रूमपान करना छोड़ भी देता है फिर भी इसकी संभावना बरकरार रहती है।
आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति ध्रूमपान करते हैं, उन्हें फेफड़ों के कैंसर की संभावना रहती है। फेफड़ों का कैंसर एक साइलेंट किलर है और यह धीरे-धीरे जान लेता है।
अगर कोई व्यक्ति एस्बेस्टस फाइबर के संपर्क में आ जाता है तो उसे फेफड़ों का कैंसर हो सकता है, क्योंकि इसमें इस कैंसर को उत्पन्न करने के केमिकल होते हैं, जैसे फैक्ट्री, कारखानाओं में काम करने वाले लोगों को इसका ज्यादा खतरा होता है। वायु प्रदूषण भी फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारण है क्योंकि यह शरीर में प्रदूषित हवा को भेजता है जो फेफड़ों को खराब करती है।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’