रिपोर्ट – दीपक मिश्रा
नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज जिसे एम्स भी कहा जाता है वहां के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने बड़ी बात कही है।
मीडिया से बातचीत में डॉ रणजीत गुलेरिया ने कहा है कि अगले 3 महीनों में कोरोनावायरस को खत्म करने की दवा आ जाएगी लेकिन तब तक लोगों को बहुत अधिक सावधान रहकर खुद को संक्रमण से बचाना जरूरी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही कि दवा आने की प्रक्रिया में कुछ महीनों का फर्क भी हो सकता है इस वर्ष के अंत तक नहीं तो अगले वर्ष की शुरुआत तक दवा जरूर आ जाएगी।
डॉ गुलेरिया ने यह भी कहा कि सरकार लोगों के इलाज की सारी व्यवस्थाएं कर रही है लेकिन यह बहुत चिंता की बात है कि भारत में लोग अभी भी बड़े पैमाने पर लापरवाही बरत रहे हैं। लॉक डाउन खुलने के बाद बहुत से लोग यह समझ रहे हैं कि वह कोरोना के खतरे से बच जाएंगे लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि कोरोना बहुत ही खतरनाक बीमारी है ऐसे में सावधान रहकर सोशल डिस्टेंस और साफ-सफाई का पालन करके खुद को और अपने परिवार को बचाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोनावायरस के 90% से ज्यादा मामले बिना लक्षण के होते हैं और ऐसे मामलों में मरीज का अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं होता अपने घर पर ही यदि मरीज एकांतवास यानी आइसोलेशन की व्यवस्था कर ले तो घर पर ही वह स्वस्थ हो सकता है।
देश में बहुत से लोग कोरोना से संक्रमित होने के बाद अपने घरों पर ही अपना इलाज करा रहे हैं लेकिन संक्रमण का पता चलते ही तुरंत खुद को आइसोलेट करना है यानी एकांतवास में चले जाना आवश्यक होता है।
यानी आप दूसरों से तुरंत दूरी बना लें जिससे आप के जरिए अन्य लोगों को संक्रमण फैल सके।
एबीपी न्यूज़ पर दिए गए इंटरव्यू में डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने यह बातें कहीं।