रिपोर्ट – देवव्रत शर्मा
लद्दाख में पिछले कई दिनों से भारत और चीन के सैनिकों के बीच तनाव बना हुआ है हिंसक संघर्ष भी हो चुके हैं लाठी-डंडे और पत्थरों की लड़ाई भी हो चुकी है जिसमें भारतीय और चीनी फौजी घायल भी हुए।
दोनों तरफ से हजारों फौजी जमा है और हालात बहुत नाजुक हैं लेकिन दोनों ही देश लड़ाई नहीं चाहते इसके लिए दोनों की सेनाओं ने पहल की और दोनों तरफ से कमांडर्स कि आज 5 घंटे लंबी बैठक चली।
भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल हरेंद्र सिंह बैठक में शामिल हुए वहीं चीन की ओर से मेजर जनरल लीन लीव ने अपनी टीम का नेतृत्व कियाl 5 घंटे तक अस्थाई कैंप में या बैठक चलती रही और कई चक्र में वार्ता होती रही इस दौरान दोनों तरफ से असला धारी फौजी तैनात रहे।
बैठक समाप्त होने के बाद दोनों अधिकारी अपने बेस कैंपों में लौट गए इस बैठक में दोनों तरफ से फिलहाल शांति पर सहमति बनी हुई है। दोनों फौजों के कमांडर बैठक में हुई बातों से अपने आर्मी चीफ को अवगत कराएंगे जिसके बाद राजनैतिक नेतृत्व मामले में आगे का निर्णय करेगा।
फिलहाल लद्दाख क्षेत्र में दो अलग-अलग इलाकों में चीनी सेना अतिक्रमण करके भारतीय क्षेत्र के नजदीक घुस चुकी है उसने भारतीय क्षेत्र में मौजूद चार पहाड़ों पर कब्जा भी कर लिया है जिसका भारतीय सेना ने कड़ा विरोध किया है।
जिसके बाद दोनों सेनाओं के बीच पिछले दिनों पथराव लाठी-डंडे और लोहे के रॉड से मारपीट भी हुई। दोनों देशों के कई फौजी घायल हो चुके हैं लेकिन दोनों सरकारों ने अपने फौजियों को फिलहाल गोलीबारी करने से रोक रखा है।
इसके पहले अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के क्षेत्रों में भी चीन भारतीय सीमाओं के अतिक्रमण का प्रयास कर चुका है वहीं पाकिस्तान से लगे हुए सीमा पर भी कुछ इलाकों में चीन पाकिस्तान की शह पर अवैध कब्जे कर चुका है।
पाकिस्तान से चल रहे पुराने सीमा विवादों के साथ-साथ चीन ने भी भारतीय क्षेत्रों के लगभग एक दर्जन हिस्सों पर कई वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में अवैध कब्जे कर रखे हैं।