बाराबंकी:जनपद के रामसनेहीघाट क्षेत्र में प्रशासन द्वारा हाल में ढहायी गयी एक कथित मस्जिद की प्रबंध समिति के सात पदाधिकारियों और वक्फ बोर्ड के तत्कालीन निरीक्षक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी सोन कुमार की तहरीर पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी जानकारी जनपद के जिलाधिकारी द्वारा ट्विटर के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने रामसनेहीघाट कोतवाली में एक तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि तहसील प्रांगण में स्थित ‘अवैध निर्माण’ को फर्जी कागजात के आधार पर कुछ ही दिनों में वक्फ संपत्ति घोषित कर आठ लोगों को उसकी प्रबंध समिति का पदाधिकारी बना दिया गया है।
उक्त तहरीर के आधार पर पुलिस ने मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मुश्ताक अली, उपाध्यक्ष वकील अहमद, सचिव मोहम्मद अनीस, सदस्य मोहम्मद मुस्तकीम, दस्तगीर और अफजाल तथा वक्फ बोर्ड के तत्कालीन निरीक्षक मोहम्मद ताहा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसके बाद से जिला प्रशासन ने अन्य संपत्तियों पर वक्फ के नाम पर कथित रूप से किए गए अवैध कब्जों की भी जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
रिपोर्ट- नितेश मिश्रा