अंकिता हत्याकांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. कल अंकिता का अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया. उत्तराखंड समेत पूरे देश में इस मामले को लेकर लोगों में आक्रोश है. वहीं आज अंकिता की मां का बयान सामने आया है. अंकिता की मां ने कहा, “सबसे पहले चाहती हूं कि फांसी हो जाए उन लोगों को..वो कहती थी कि मैं कमा के घर बनाऊंगी, पूरी सर्दियां हमने पत्थर इकट्ठे किए. कहती थी मम्मी दो कमरे बनाएंगे.”
अंकिता की मां ने कहा, “कोई मां बाप अपनी बेटी को पढ़ाए ही ना…इतनी मेहनत से मां-बाप ने अपनी बेटी को पढ़ाया और अब कौन अपनी बेटी को घर से बाहर भेजेगा. मुझे इन लोगों से डर लग रहा है, यह लोग बड़े लोग हैं और कुछ भी कर सकते हैं, मैं अपने बेटे को अब कहीं भी नहीं भेज सकती.”
उत्तराखण्ड के श्रीनगर में 8 घंटे चले प्रदर्शन के बाद रविवार को अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पहले परिवार ने डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। बाद में प्रशासन के समझाने पर परिवार राजी हो गया, लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोग इसके लिए तैयार नहीं थे। सुबह 9:00 बजे से लोग हाथ में अनीता की फोटो लेकर ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे जाम कर प्रदर्शन कर रहे थे। शव को मार्चुरी से श्मशान ले जाते वक्त भी प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस रोकने की कोशिश की। एक महिला एंबुलेंस के सामने लेट गई उसे पुलिस ने हटाया। बाद में अंकिता के पिता ने मार्चुरी के बाहर जमा लोगों को भावुक अपील की, जिसके बाद भीड़ छंटने लगी। अंतिम संस्कार अलकनंदा नदी के किनारे एनआईटी घाट पर किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता की मौत पानी में डूबने से हुई।