राजनाथ सिंह ने एससीओ बैठक में सभी देशों से आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त लड़ाई का आह्वान किया। पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर की मौजूदगी में राजनाथ सिंह ने टेरेरिज्म के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने और इस खतरे को उसके सभी रूपों में समाप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने सीमा पार से आतंकवाद को ख़त्म करने की अपील की।
इस बैठक में उन्होंने कई महीनों से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को बातचीत के माध्यम से हल करने का प्रस्ताव भी भी रखा। उन्होंने इस खतरे को वैश्विक स्तर पर शांति और सुरक्षा की नजर में सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक बताया। उन्होंने रुस के रक्षामंत्री की भारत में हमलों की योजना बना रहे आतंकी की गिरफ्तार के लिए सराहना की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारत शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान का समर्थन करता है, बातचीत के माध्यम से समन्वय स्थापित किया जा सकता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, “भारत यूक्रेन और उसके आसपास के मानवीय संकट को लेकर चिंतित है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी के भी द्वारा और किसी भी मकसद से सीमापार आतंकवाद समेत किसी भी तरह की दहशतगर्दी मानवता के विरुद्ध अपराध है। माना जा रहा है कि बयान में परोक्ष रूप से पाकिस्तान का संदर्भ था। चीन और पाकिस्तान भी एससीओ के सदस्य राष्ट्र हैं।उन्होंने कहा कि भारत ने “बहुपक्षवाद में अटूट विश्वास” के कारण एससीओ को उच्च प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही उन्होंने एससीओ सदस्य देशों को 2023 में भारत आने के लिए आमंत्रित किया।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’