अखिलेश यादव ने मिर्जापुर स्थित विंध्याचल धाम में बने रोप-वे के लोकार्पण पर, योगी सरकार पर साधा निशाना।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मिर्जापुर स्थित विंध्याचल धाम में बने रोप-वे के लोकार्पण को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर तंज कसा है। अखिलेश यादव का कहना है कि योगी सरकार को अपने कामों का फीता काटना चाहिए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘कुछ दिनों पहले हमने विंध्याचल जाकर देवी माँ का आशीर्वाद लिया था, जिसके प्रतिफल में हमारे समय में पारित ‘रोप वे’ आज साकार हो रहा है, जबकि भाजपा ने इसे अटकाने-लटकाने का हर संभव प्रयास किया था। कोई भाजपाइयों से कहे, कभी अपने किसी एक काम का तो फ़ीता काटिए।’

बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह के आज के यूपी दौरे के दौरान इस रोपवे के लोकार्पण का भी कार्यक्रम है। सपा में इस रोपवे के लोकार्पण को लेकर बेचैनी देखी जा रही है। कुछ सपा नेताओं ने कल यानी शनिवार को ही फीता काटकर इस रोप वे का लोकार्पण कर दिया था। समाजवादी पार्टी के युवा नेता व पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आकाश यादव ने कहा था कि विंध्याचल में रोप-वे बनाने का निर्णय सपा की सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तरफ से दी गई इस सौगात को जनता कभी नहीं भूलेगी। हालांकि पुलिस ने दावा किया था कि सपा नेताओं की ओर से रोपवे के लोकार्पण की फोटो पुरानी है, लेकिन जिस तरह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी सरकार पर तंज कसा है, उससे स्पष्ट है कि पूर्व मुख्यमंत्री को मलाल अवश्य है कि काश वे स्वयं इस रोपवे का लोकार्पण कर पाते।

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर करारा वार बोला है। अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले प्रचार और नफरत फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर ‘ई-रावणों’ का इस्तेमाल कर रही है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर फर्जी खबरों के खतरों को रेखांकित करते हुए यह आरोप लगाया।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बीजेपी द्वारा अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली सोशल मीडिया सामग्री के प्रति सचेत किया है और उन्हें अनुशासित और सभ्य होने के लिए भी कहा है। सपा अध्यक्ष ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, “राक्षस रावण की तरह, बीजेपी अपना प्रचार करने और नफरत फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर ‘ई-रावण’ का इस्तेमाल कर रही है। रावण की तरह, वे सोशल मीडिया पर भेष बदलकर झूठ और अफवाहें फैला रहे हैं।” 
उन्होंने दावा किया कि “छद्म बीजेपी नेता” एसपी समर्थकों के रूप में खुद को बताते हैं और वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर अश्लील टिप्पणी पोस्ट करते हैं। अखिलेश यादव ने कहा, “मैंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने और ऐसे संदिग्ध तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं से भी कहा गया है कि वे सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कुछ भी साझा, जवाब या फॉरवर्ड न करें और पार्टी कार्यालय को इसकी रिपोर्ट करें।” 

सपा को निशाना बनाकर झूठी सूचना फैलाने वालों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए पार्टी ने पिछले हफ्ते अज्ञात लोगों के खिलाफ कथित तौर पर पार्टी प्रमुख का फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाने और नफरत फैलाने का मामला दर्ज करवाया था। सूत्रों ने कहा था कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने शिकायत दर्ज करवाई थी। साथ ही एक स्क्रीनशॉट भी सब्मिट किया था, जिसमें दावा किया गया था कि सपा के वापस सत्ता में आने पर राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद का निर्माण करवाया जाएगा। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ गौतम पल्ली थाने में 25 जुलाई को एफआईआर दर्ज की गयी थी।
अखिलेश यादव ने चेतावनी देते हुए कहा, “जैसा कि राज्य के चुनाव नजदीक हैं, बीजेपी के लोग कुछ भी कर सकते हैं क्योंकि वे सत्ता हथियाने के लिए लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए झूठ फैलाने में माहिर हैं। उनका उद्देश्य लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाना है।” उन्होंने आगे कहा, “हमने अपने कार्यकर्ताओं से सोशल मीडिया पर उनके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा में अनुशासित, सभ्य और संयम बरतने के लिए कहा है।”
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह विडंबना है कि पिछले साढ़े चार साल तक राज्य में शासन करने के बावजूद बीजेपी अपनी सरकार की किसी उपलब्धि को सामने नहीं ला सकती। उन्होंने कहा कि यूपी के लोगों को सपा से उम्मीदे हैं, ऐसे में पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में 350 सीटें जीतेगी।

रिपोर्ट – आर डी अवस्थी

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