कुछ लोगों की वजह से बदनामी झेल रहे जमाती, अब सैकड़ों जिंदगियां बचाने की वजह बनेंगे।

रिपोर्ट – देवव्रत शर्मा

भारत में कोरोनावायरस का संकट बढ़ने के बाद तबलीगी जमात के लोगों की जमकर आलोचना हुई। तबलीगी जमात के लोगों पर अपनी लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना हरकतों से कोरोनावायरस को बढ़ाने का आरोप भी लगा कई लोगों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई।

हालांकि डॉक्टरों के बेहतर इलाज की वजह से बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोगों की हालत में सुधार भी आया है और अब जमात के लोगों ने  कोरोना वारियर्स को धन्यवाद देते हुए डॉक्टरों की सलाह पर यह फैसला किया है की उनके जरिए दूसरे कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों  के जिंदगियां बचाई जाएं।

भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जब से  इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी दी है तबसे डॉक्टर उन मरीजों से प्लाज्मा डोनेशन पर जोर दे रहे हैं जो कि कोरोनावायरस से पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और जिनके शरीर में कोरोना से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है ऐसे लोगों के शरीर में पर्याप्त संख्या में कोरोनावायरस को खत्म करने वाले प्लाजमा सेल डेवलप हो चुके हैं।

डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना से लड़कर स्वस्थ हुए मरीजों के शरीर से 200ml प्लाज्मा उनके खून के जरिए निकाला जा सकता है और दो बीमार मरीजों को चढ़ाया जा सकता है इससे दूसरे कोरोनावायरस मरीजों को काफी फायदा होगा और  उनकी प्रतिरोधक क्षमता तेजी से बढ़ेगी जिससे उनकी हालत में सुधार होगा।

जितनी जल्दी से कोरोनावायरस से पीड़ित पुराने मरीज स्वस्थ होंगे उतनी जल्दी  उनके जरिए अन्य दो मरीज स्वस्थ होंगे।

यानी कोरोना से ठीक होने वाला एक व्यक्ति दो बीमार व्यक्तियों के लिए प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। तबलीगी जमात के लोग दिल्ली और देश के दूसरे शहरों में जहां उनका इलाज हुआ है स्वस्थ होने के बाद अपने अन्य देश वासियों के लिए प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं जिससे उनके खून से निकला प्लाज्मा दो अन्य कोरोनावायरस पीड़ितों को जल्दी स्वस्थ कर दे।

प्लाज्मा भी रक्तदान की तरह एक सुरक्षित प्रक्रिया है हमारे देश में प्रतिदिन हजारों लोग स्वैच्छिक रक्तदान करते हैं जिसे अन्य मरीजों की जान बचती है , इसी तरह कोरोना से स्वस्थ  होने वाले लोग डॉक्टरों की सलाह पर अपना प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं।

तबलीगी जमात के सैकड़ों लोग  कोरोना पीड़ितों के लिए प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं जिससे दूसरे लोग जल्दी स्वस्थ हो जाएं। जमात के लोगों ने एक वीडियो जारी करके यह संदेश भी देने की कोशिश की है कि वह हिंदुस्तान के जिम्मेदार नागरिक हैं और अपने देश के लिए सिर्फ खून ही नहीं जरूरत पड़ने पर अपनी जान भी दे सकते हैं। समाज के हर हिस्से में बहुत से जिम्मेदार और कुछ गैर जिम्मेदार लोग होते हैं कुछ लोगों की लापरवाही अथवा कुछ लोगों के अपराध की वजह से पूरे समाज को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी यही कहा है कि इस वैश्विक संकट के समय पूरे देश को एकजुट रहना जरूरी है तबलीगी जमात के लोगों ने अपना खून और अपना प्लाज्मा डोनेट करके भारतीय समाज में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है।

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