रिपोर्ट – सरदार परमजीत सिंह,
बाराबंकी। जहां एक तरफ पूरे देश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है तथा इसी के साथ भारी बारिश तथा नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के कारण जनपद बाराबंकी में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं।ऐसे समय में शासन के द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि समस्त विभागाध्यक्ष अपने-अपने कार्यालय में रहकर कार्य का संपादन करेंगे और कोरोना महामारी के दृष्टिगत प्रत्येक सरकारी कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी जिसका उद्देश्य कार्यालय में आने जाने वाले लोगों की प्रारंभिक जांच करना होगा एवं उनका विवरण दर्ज रजिस्टर करना होगा।
यहां उल्लेखनीय है कि अधिकांश विभागों के द्वारा शासन के निर्देशों का पालन किया जा रहा है लेकिन इसी के विपरीत जब जनपद में बाढ़ जैसी स्थिति है ऐसे समय में बाढ़ खंड विभाग के अधिकारी कार्यालय पर ना उपस्थित रह करके अपने आवास से कार्य संपादित कर रहे हैं।और तो और बाढ़ खंड विभाग कार्यालय पर स्थापित कोविड हेल्प डेस्क पर कोई कर्मचारी तैनात नहीं है,जिस कारण कार्यालय आने वाले आगंतुक बिना किसी रोक-टोक के,बिना किसी जांच से गुजरे कार्यालय में सीधे आ रहे हैं।
संवाददाता द्वारा इस संबंध में वहां मौजूद कर्मचारियों से बात की तो उनके द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया और अधिशासी अभियंता उत्कर्ष भारद्वाज के बारे में पूछने पर बताया गया कि अधिशासी अभियंता अपने आवास पर मौजूद हैं। आप वहां जाकर उनसे मुलाकात कर सकते हैं।
यहां सवाल उठता है कि बाढ़ एवं कोरोना महामारी जैसी समस्याओं के समय भी अधिकारीगण अपने उत्तरदायित्वों के प्रति सजग नहीं हैं।