*देश के “चौकीदार”को हटाने के लिए एकजुट विपक्ष,’मोदी एक विरोधी अनेक’ ममता की रैली में पहुंचे अखिलेश यादव सतीश मिश्रा फारुख अब्दुल्ला चंद्रबाबू नायडू केजरीवाल जयंत और शरद भी पहुंचे, देश हित के दावे.. केंद्र की कुर्सियों पर नजर.. द इंडियन ओपिनियन के लिए देवव्रत शर्मा की रिपोर्ट*




कोलकाता में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बुलावे पर लगभग सभी विपक्षी दलों के प्रतिनिधि अपनी हाजिरी देने पहुंचेl बसपा प्रमुख मायावती ने सतीश चंद्र मिश्रा को भेजा तो राहुल गांधी ने अभिषेक मनु सिंघवी को भेजा चंद्र बाबू नायडू अखिलेश यादव और फारूक अब्दुल्लाह जैसे कई दलों के अध्यक्ष खुद मोदी के खिलाफ हो रहे महायज्ञ में अपनी ओर से आहुति देने पहुंचे l

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो यहां तक कह डाला अगर 2019 का चुनाव भाजपा जीत गई तो आने वाले समय में नरेंद्र मोदी और अमित शाह देश की सत्ता पर ऐसा कब्जा कर लेंगे कि चुनाव ही नहीं होने देंगे l

वहीं अखिलेश यादव ने यह कहा नए साल में देश नए प्रधानमंत्री को ढूंढ लेगा l

किसानों की समस्या गरीबी बेरोजगारी रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों के बहाने सभी नेताओं ने जमकर देश के चौकीदार के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला l

विपक्ष के इस रैली में भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी पहुंचे और लंबे समय से भाजपा से नाराज चल रहे यशवंत सिंहा ने भी किस प्रकार के खिलाफ तैयार हो रही सेना मैं अपनी भागीदारी जताईl

सभी नेताओं के भाषणों में देश में फैली सारी समस्याओं के लिए नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया गया और देशवासियों के भले के लिए मोदी को सत्ता से हटाकर कांग्रेस के साथ अपनी सरकार लाने का संकल्प प्रकट किया गया l

कुल मिलाकर विपक्ष का रुख ऐसा संदेश दे रहा है कि वह मान चुके हैं नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए सारे मतभेद भुलाकर सब का एकजुट होना जरूरी है नहीं तो 2014 की तरह 2019 भी निराशाजनक हो सकता हैl

कोलकाता में ममता की अगुवाई में विपक्ष की रैली ने 2019 के लिए शुरू हो रहे राजनैतिक समर की रणभेरी फूंक दी हैl