पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय फिर रैगिंग को लेकर चर्चा में, एमएचआरडी के हस्तक्षेप के बाद 10 छात्र हुए निलंबित! द इंडियन ओपिनियन के लिए आराधना शुक्ला की रिपोर्ट

प्रयागराज: TIO ऑक्सफोर्ड ऑफ द ईस्ट यानी पूरब के ऑक्सफोर्ड के रूप में चर्चित रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रैगिंग का मामला एक बार फिर सामने आया है l

इस मामले में 10 छात्रों को निलंबित कर दिया गया है यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसके साथ ही निलंबित छात्रों को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया हैl
मिली जानकारी के मुताबिक नोटिस में कहा गया है कि यह गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है इसलिए छात्रों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है यूनिवर्सिटी प्रशासन के इस कदम के बाद छात्रों में हड़कंप मच गया हैl

दरअसल शताब्दी बॉयज हॉस्टल में सीनियर छात्रों ने जूनियर की रैगिंग की थी जांच के दौरान आरोप सही पाए गए और छात्रों को निलंबित कर दिया गया हैl इसके साथ ही उन्हें 25 अक्टूबर को चीफ प्रॉक्टर ऑफिस में तलब किया गया है छात्र अपनी बात शाम 5:00 बजे तक रख सकेंगेl

वहीं जूनियर छात्रों का आरोप है कि सीनियर उनको पूरी रात परेशान करते थे ,और गाली गलौज करते थे ।उनकी शिकायत मानव संसाधन विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर की थी ,इसके बाद अभिभावकों की तरफ से भी शिकायतें आने लगी थी। जिसके बाद यह मामला संज्ञान में आया ।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रैगिंग का यह कोई नया मामला नहीं है इससे पहले भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रैगिंग से अजीज अकर जूनियर्स ने आत्महत्या तक की है ।
अक्टूबर 2012 मे प्रतिष्ठित माने जाने वाले हॉस्टल में ए. एन. झा मे 10 छात्रों को रैगिंग के आरोप मे निलंबित कर दिया गया था।

अभी पिछले साल ही रैगिंग का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया था जो की इलाहाबाद के मोतीलाल न नेहरू मेडिकल कॉलेज का था छात्रों ने सीनियर छात्रों ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले छात्रों को पहले दिन सिर मुड़वा कर और सिर झुका कर लाइन लाइन कर लाइन से कॉलेज में प्रवेश करने की इजाजत दी थी।

रिपोर्ट- आराधना शुक्ला