प्रतापगढ़: जिलाधिकारी ने 50 लाख से अधिक लागत की परियोजनाओं एवं निर्माण कार्यो की समीक्षा की।

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने आज विकास भवन के सभागार में अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ जनपद में 50 लाख के ऊपर लागत की परियोजनाओं की समीक्षा की। आवास विकास परिषद की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यो के प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी ली तो बैठक में उपस्थित अवर अभियन्ता द्वारा सन्तोषजनक उत्तर नही दे सके और अधिशासी अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता के बैठक में उपस्थित न रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये अधिशासी अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही हेतु पत्र आवास आयुक्त को भेजने के निर्देश दिये।

इसी प्रकार ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग की समीक्षा के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि मंगरौरा में निर्माणाधीन स्टेडियम का निर्माण कार्य काफी समय से रूका हुआ है जिस पर जिलाधिकारी ने आरईडी के अधिशासी अभियन्ता को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं के परियोजना प्रबन्धक को निर्देशित करते हुये कहा कि वह अपने निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का टाइम लाइन चार्ट तैयार कर प्रस्तुत करें कि वह अपने प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य कब तक पूर्ण कर लेगे। उन्होने यह भी निर्देशित किया कि जो परियोजनायें पूर्ण हो चुकी है उसको सम्बन्धित विभाग को एक सप्ताह के अन्दर हैण्ड ओवर कर दें।


जिलाधिकारी ने बैठक में यूपीआरएनएस, यूपीपीसीएल, राजकीय निर्माण निगम, सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग, सिडको, वक्फ विकास निगम, सी एण्ड डी0एस0 द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्यो के प्रगति की समीक्षा की।

जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक के दौरान उपस्थित अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जिन परियोजनाओं के निर्माण कार्य हेतु धनराशि शत् प्रतिशत प्राप्त हो गयी हो उन परियोजनाओं का कार्य निश्चित समय अवधि के अन्तर्गत कार्यदायी संस्थायें पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार निर्माणाधीन कार्यो को गुणवत्तायुक्त एवं समय सीमा के अन्दर पूर्ण किये जाये। निर्माणाधीन परियोजनाओं के अन्तर्गत जो भी कार्य कराये जा रहे है उसके कार्य की गुणवत्ता व मानक की निगरानी वह समय-समय पर स्वयं करें व जांच टीम बनाकर भी उसकी गुणवत्ता की जांच करने के पश्चात् ही उनके भुगतान की प्रक्रिया सुनिश्चित करायें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट-राजेन्द्र मिश्रा

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