रिपोर्ट – नितेश मिश्रा,
बाराबंकी। कोविड केयर धांधली और नौकरशाहों, जनप्रतिनिधियों की नकारात्मक भूमिका के खिलाफ आज निकली पदयात्रा को पुलिस ने रोक लिया। लखनऊ तक प्रस्तावित ये पदयात्रा कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देकर समाप्त हुयी प्रख्यात गांधीवादी राजनाथ शर्मा ने बाराबंकी के कोविड केयर लेवल वन चन्द्रा अस्पताल में बदइंतजामी का उदाहरण देते हुए पूरे प्रदेश की हालत पर सवाल उठाए थे,इसी के खिलाफ गांधी भवन देवा रोड से हजरतगंज लखनऊ गांधी प्रतिमा तक पदयात्रा निकालने और राज्यपाल को ज्ञापन देने की घोषणा की थी।
निर्धारित दिन पर सुबह 7 बजे ही गांधी भवन पर पुलिस पहुंच कर पुलिस ने पदयात्रा को लखनऊ जाने से मना कर दिया और वार्ता की गयीं जिसके क्रम में कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन दिये जाने पर सहमति बनी, जिसके पश्चात गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर राजनाथ शर्मा, समाजसेवी विनय कुमार सिंह, अशोक शुक्ला, सरदार राजा सिंह, पाटेश्वरी प्रसाद, रंजय शर्मा, उमानाथ यादव आदि ‘नौकरशाहों को भेजो जेल, जनता जागी-बिगड़ा खेल’ ‘आपदा में भ्रष्टाचार, जांच करो यूपी सरकार’ जैसे नारे लिखी तख्तियां लेकर कचहरी पहुंचे।
सत्याग्रहियो द्वारा अपर जिलाधिकारी संदीप कुमार गुप्ता को दस सूत्री मांग-पत्र सौंपा गया,यह मांग-पत्र जिला प्रशासन के माध्यम से सूबे की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा गया पदयात्रा में शामिल सत्याग्रहियों ने कहा कि आपदा के समय जनप्रतिनिधियों की भूमिका नगण्य रही है। उन्हें कोविड अस्पतालों का औचक निरीक्षण करना चाहिये। सरकार की गाइड लाइन के अनुसार मरीजों को मिलने वाले उपचार की जांच प्रशासन नहीं कर रहा है। यदि व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो जल्द ही पूरे जनपद में व्यापक स्तर पर जनांदोलन खड़ा किया जाएगा।