बड़ी उपलब्धि: लखनऊ समेत कई जिलों के मरीजों को बाराबंकी में मिल रहा है “कोविड- ट्रीटमेंट”! THE INDIAN OPINION

 

“अनंत चुनौतियां तो है लेकिन ऊंचा मनोबल भी है,  सीमित संसाधन एक कठिनाई है लेकिन समझदारी और बेहतर तालमेल एक समाधान है।”

सीमित क्षेत्रफल और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी, दुनिया की सबसे घनी आबादी वाला देश भारत कठिन परिस्थितियों से लड़ रहा है लेकिन ऊंचे मनोबल के सहारे तमाम विषमताओं के बावजूद देश के लोग कोरोना बीमारी से सफलतापूर्वक निपट रहे हैंl  कुछ लोग महामारी का शिकार हो रहे हैं लेकिन अधिकांश लोग स्वस्थ होकर वापस लौट रहे हैं।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे नजदीकी जनपद बाराबंकी ने इस कठिन दौर में बखूबी अपना फर्ज निभाया है। बाराबंकी के जिला प्रशासन की सूझबूझ के चलते जिले में लगभग 40 लाख जनसंख्या होने के बावजूद जिले के संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल की वजह से बाराबंकी के अस्पतालों में न सिर्फ यहां के लोगों का इलाज हो रहा है बल्कि तराई और पूर्वांचल के तमाम जनपदों के अलावा राजधानी लखनऊ के मरीजों को भी बाराबंकी के अस्पतालों में इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।

बाराबंकी के जिला अधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने “द इंडियन ओपिनियन”से खास बातचीत में बताया कि,  कोरोना संकट की वजह से प्रदेश के सभी जनपदों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है जिसके बाद एक बड़ी चुनौती सामने आई है  राजधानी लखनऊ समेत कुछ जनपदों में कोविड-19 के उच्चस्तरीय इलाज के लिए बेड की संख्या कम पड़ने लगी तो जिला प्रशासन ने निजी क्षेत्र के अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के सहयोग से अपनी क्षमताओं में कई गुना वृद्धि की लेवल 2 लेवल 3 के कोविड-19 अस्पताल को और बेहतर बनाया गया।
हिंद मेडिकल कॉलेज. मेयो मेडिकल कॉलेज की आईसीयू क्षमता को दोगुना किया गया और लगातार जिले के निजी और सरकारी अस्पतालों के बीच बेहतर समन्वय बनाकर इस कठिन दौर में भी बेहतर सेवाएं देकर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी मरीज की मृत्यु चिकित्सीय सुविधाओं के अभाव में ना होने पाए।

जिला अधिकारी डॉ आदर्श बताते हैं की वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है और वरिष्ठ अधिकारी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं ऐसे में अधिकारियों को अपनी सुरक्षा के लिए सजग रहते हुए अपना फर्ज भी निभाना है और आम जनता को, चाहे वह बाराबंकी से हो या फिर किसी भी जनपद से जो भी हमारे अस्पतालों में इलाज के लिए आ रहे हैं उन्हें बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश की जा रही है।
निजी क्षेत्र के अस्पतालों ने भी इस दिशा में सराहनीय काम किया है और जिला प्रशासन की टीम निजी क्षेत्र के अस्पतालों के साथ पूरा समन्वय बनाकर उन्हें हर तरह का सहयोग भी उपलब्ध करा रही है!

उन्होंने आम जनता से अपील की है कि हर हाल में मास्क सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करें खुद को और अपने परिवार को संक्रमण से बचाने के प्रति गंभीर रहें और, कोई भी असुविधा होने पर जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम नंबर पर संपर्क करें अथवा राज्य हेल्पलाइन पर भी संपर्क कर सकते हैं।

वैश्विक आपदा की इस घड़ी में बाराबंकी जिला प्रशासन का यह प्रयास सराहनीय है कि उन्होंने  अपने जनपद में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर समन्वित उपयोग करके कोरोना संकट का सफलतापूर्वक सामना किया है और अपने जनपद के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ राजधानी लखनऊ और अन्य कई जनपदों के मरीजों को भी स्वास्थ्य सेवाएं देने की क्षमता विकसित की है।

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