रिपोर्ट – दीपक मिश्रा
भारत सरकार ने ग्लेनमार्क फार्मा के द्वारा देश में ही विकसित की जा रही कोरोनावायरस की दवा को आवश्यक मंजूरी दे दी है यह दवा अपने निर्माण के अंतिम दौर में है और शीघ्र ही देश के सभी बाजारों में उपलब्ध होगी यह पूरे विश्व में कोरोनावायरस की पहली प्रमाणित दवा है जो टेबलेट के रूप में सामने आई है
एक टेबलेट की कीमत ₹103 रखी गई है इस दवा का सेवन डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार 1 सप्ताह से 14 दिनों तक करने पर कोरोना संक्रमण के मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं यह दवा हल्की और मध्यम लक्षण वाले मरीजों के इलाज में 100% सफल पाई गई है अत्यंत गंभीर स्थिति वाले मरीजों पर भी इसकी औसत सफलता पाई गई है।
मुंबई स्थित ग्लेनमार्क कंपनी के प्रवक्ताओं के मुताबिक पहले चरण में इस दवा की लगभग 80000 खुराक बाजार में भेजी जा रही है भारत सरकार के औषधि महानियंत्रक ने ग्लेनमार्क कंपनी को इस दवा के विनिर्माण और वितरण की अनुमति दे दी है।
कंपनी दवा को लेकर सरकार के सभी निर्देशों का पालन कर रही है और सरकार के निर्देशों के अनुसार इसे देश के सभी सरकारी अस्पतालों के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा निजी चिकित्सक और निजी अस्पताल भी दवा को हासिल कर सकते हैं।
कुल मिलाकर भारत देश के लिए यह बड़ी राहत वाली खबर है, हालांकि की दवा की कीमत ज्यादा है एक मरीज के लिए इसकी कुल खुराक लगभग ₹3500 की है लेकिन सरकार इसे गरीबों के लिए अपने खर्च पर भी उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है! सरकार पहले से ही देश में सभी कोरोनावायरस मरीजों को सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज भोजन और देखरेख उपलब्ध करा रही है।