बाराबंकी: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ग्राम दौलतपुर में आयोजित किया गया जागरूकता कार्यक्रम।

बाराबंकी। उ0प्र0राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मंशानुरूप जनपद न्यायाधीश राधेश्याम यादव की अध्यक्षता एवं निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बाराबंकी द्वारा ग्राम दौलतपुर तहसील नवाबगंज जनपद बाराबंकी में भारत के पद्म श्री पुरस्कृत कृषक राम सरन वर्मा के प्रशिक्षण स्थल पर अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के अधिकार विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता का आयोजन किया गया।

शिविर में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राधेश्याम यादव, संजय कुमार ए0डी0जे0, नन्द कुमार सी0जे0एम0, सचिव सुश्री श्वेता चन्द्रा, उन्नत कृषक राम सरन वर्मा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय प्रभारी विपिन कुमार सिंह, सौरभ शुक्ला कनिष्ठ लिपिक, मोहित प्रजापति एवं तमाम महिलाएं व पुरूष मौजूद थे।

राधेश्याम यादव जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के ने अपने सम्बोधन में कथन किया कि समाज के प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं का स्तर सुधरता जा रहा है और महिलाएं आज पुरूषों से अधिक तेजी से अपना विकास कर रही है। ऐसे में जहां भी महिलाओं को विधिक सेवा की आवश्यकता पड़ती है चाहें वह तहसील स्तर पर हो, चाहे जेल हो, अस्पताल हो या कही और जहां समाज में लोगों को विधिक साक्षरता एवं जागरूकता की आवश्यकता पड़ती है जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बाराबंकी उन सभी को निरन्तर एवं मुफ्त विधिक सेवा प्रदान कराता है। जागरूकता एवं साक्षरता शिविर, सेमिनार, पुस्तकों, पोस्टरों एवं समाचार पत्रों के लेख आदि के माध्यम से भी बाराबंकी के निवासियों को विधिक जानकारियां प्रदान करने का कार्य जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बाराबंकी द्वारा किया जा रहा है।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजय कुमार यादव ने अपने सम्बोधन में समाज की उन महिलाओं को विधिक सेवा पहुंचाने पर जोर दिया जो विशेष तौर पर समाज की सताई हई है चाहे वह मजदूर वर्ग हो या कोई और। सामाजिक रूप से वंचित एवं शोषित लोगों को विधिक साक्षरता एवं जागरूकता किस प्रकार से पहुंचाई जाये और किस प्रकार से उन लोगों की हर संभव मदद की जाये इसके बारे में बताया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय ने दीवानी एवं फौजदारी दोनों ही मामलों में किस किस प्रकार से और कितनी कारगर विधिक सेवाएं महिलाओं को प्रदान की जा सकती है के बारे में महिलाओं को एवं अन्य सभी उपस्थित लोगों को बताया।

मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी नन्द कुमार ने संविधान में वर्णित महिलाओं के विधिक अधिकारों एवं विधिक सेवा के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यक्रमों एवं प्रयासों के बारे में लोगों को बताया।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव स्वेता चन्द्रा ने ने कार्यकम में उपस्थित सभी न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, पत्रकार बन्धुओं, कर्मचारियों एवं अन्य सभी व्यक्तियों के सहभागिता हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

कार्यक्रम का संचालन विपिन कुमार सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम से लोग लाभान्वित हुए और उनके द्वारा पुनः ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित करने की अपेक्षा की गई।

बाराबंकी से नितेश मिश्रा की रिपोर्ट!

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