बाराबंकी: तेजतर्रार कप्तान के नेतृत्व में हुआ ब्लाइंड मर्डर का खुलासा! भाई ही निकला बहन का हत्यारा

फतेहपुर/बाराबंकी। पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद के नेतृत्व में बाराबंकी पुलिस एक के बाद एक मामलों के खुलासे कर रही है इसी क्रम में बाराबंकी में एक बार फिर से रिश्तो को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल जून माह में थाना फतेहपुर के गुड़ौली  नहर के पास एक महिला की लाश मिलने की सूचना रेहान अली पुत्र इरसाद अली निवासी ग्राम गुडौली थाना फतेहपुर जनपद बाराबंकी द्वारा दी गयी और सूचना दी गयी कि गुडौली नहर के किनारे स्थित उसके पिपरमेंट के खेत में महिला का शव व उसके शरीर में धारदार हथियार की चोट भी है, जिसके क्रम में थाना फतेहपुर में मु0अ0स0 213/20 धारा 302 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था ।

पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना का शीघ्र अनावरण कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी आर0एस0गौतम के निर्देशन व क्षेत्राधिकारी फतेहपुर  योगेन्द्र कुमार के पर्यवेक्षण में 02 टीमों का गठन किया गया । प्रथम टीम स्वाट/सर्विलांस को सर्विलांस आदि के अनालिसिस हेतु एवं मैनुअल इंटेलीजेंस के आधार पर द्वितीय टीम में प्रभारी निरीक्षक संजय मौर्य थाना फतेहपुर को लगाया गया । थाना फतेहपुर पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास करते हुए विभिन्न साक्ष्यों के आधार पर घटना का सफल अनावरण करते हुए घटना में संलिप्त अभियुक्त रंजीत कुमार को रामनगर रोड साढ़े मऊ पुल के पास से गिरफ्तार किया गया ।

प्रक्रम के संबंध में  पूछताछ करने पर अभियुक्त रंजीत कुमार द्वारा बताया कि राजमल रैदास पुत्र भल्लर निवासी जसमंडा थाना कोतवाली नगर जनपद बाराबंकी उसके ही गांव के बबलू वर्मा के यहां काम करता था और वहीं रहता था । राजमल का सम्बन्ध उसकी बहन से हो गया था । परिवार के लोगों ने राजमल को काफी समझाया-बुझाया लेकिन वह नहीं मान रहा था और उसकी बहन से चोरी-छिपे मिलता रहता था ।

इसी बात को लेकर  वर्ष-2018 में उसने एवम उसके परिवार के लोगों ने राजमल रैदास और राजमल के पिता भल्लर को आवेश में आकर काफी मारा-पीटा था जिसमें इलाज के दौरान पिता भल्लर की मृत्यु हो गयी और इस घटना में उसके भाई व पिता जेल चले गये ।

प्रकरण की पूरी परत खोलते हुए रंजीत ने बताया कि हम लोगों ने इस मुकदमें में सुलह के लिए दो बीघा खेत 3 लाख रूपये में बेचकर राजमल पक्ष को सुलह करने के लिए मध्यस्ता करा रहे लोगों को दिया लेकिन लोग बीच में पैसा इधर-उधर कर दिये और बात नहीं बन पायी तथा बाद मुझे भी जेल जाना पड़ा था । बदनामी के डर से मैने वर्ष-2018 में ही अपनी बहन की शादी ग्राम सिकोहना थाना मोहम्मदपुरखाला में कर दिया था । शादी के बाद भी मेरी बहन राजमल से बात करती रही और मई-2020 में राजमल के साथ भाग गई जो काफी प्रयास करने पर लगभग 8-9 दिन बाद वापस आयी परन्तु वह न तो अपने ससुराल जाने को राजी थी और न ही ससुराल वाले उसे ले जाना चाहते थे, तब हम लोग उसे अपने घर ले आये ।

वही रंजीत ने बताया कि उसके बाबा स्व0 सियाराम इस बात से काफी दुखी थे और उन्होनें कहा कि इसने हम लोगों की बहुत बेईज्जती करा दी है अब इसको मार देना ही ठीक रहेगा । इस सम्बन्ध में मैने एक योजना बनाई और योजनानुसार दिनांक-14/15 जून 2020 को अपनी बहन से कहा कि तुम अगर राजमल के साथ ही रहना चाहती हो तो चलो तुमको राजमल के पास पंहुचा देता हूं और अपनी मोटर साइकिल से लेकर गुडौली शारदा नहर के पास पंहुचा । मोटर साइकिल की डिग्गी से बांका निकाला और अपनी बहन पर कई वार करके उसको मार दिया तथा बांका कुछ दूरी पर फेंक कर घर चला आया ।

बहन की हत्या करने के बाद  रंजीत ने  अपनी बहन के प्रेमी  राजमल से बदला लेने का तरीका सोचा और घटना के संबंध में बताया कि राजमल के कारण हम लोगों की काफी बेईज्जती हो गयी थी और मुकदमें में सुलह को लेकर खेत भी बिक गया तथा काफी दिनों तक जेल में भी रहे । इसलिए राजमल को फसानें के लिए एक वकील से अपनी बहन के अपहरण की झूठी कहानी बताकर कोर्ट से थाना कोतवाली नगर में दिनांक-08.11.2020 को अपहरण व फिरौती मांगने के सम्बन्ध में राजमल के विरूद्ध मुकदमा लिखाया था जिससे वह जेल चला जाय और मेरे ऊपर कोई शक भी न करे।

बरहाल पुलिस ने मामले की जांच कर अभियुक्त को जेल भेज दिया है और हत्या में प्रयुक्त बांके को भी बरामद किया है वही जनपद के पुलिस कप्तान ने घटना के सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को ₹15000 इनाम देने की घोषणा भी की है।

जनपद बाराबंकी से नितेश मिश्रा की रिपोर्ट

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