बाराबंकी: मादक पदार्थो की तस्करी पर पुलिस की पैनी नजर! तस्करों को किया गया गिरफ्तार

बाराबंकी। जनपद की पुलिस मादक पदार्थो की तस्करी पर पैनी नजर जमाये है। एक के बाद एक मादक पदार्थो के तस्करों की धरपकड़ की जा रही है। हालांकि जनपद के कुछ क्षेत्र मादक पदार्थों की तस्करी के लिए कुख्यात हैं, जिस पर अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने एवं अन्य अवैध कार्यों में लिप्त आपराधिक कृत्य करने वालों के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक, बाराबंकी डॉ0 अरविन्द चतुर्वेदी द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी/दक्षिणी के कुशल निर्देशन में थाना पुलिस टीम के साथ-साथ स्वाट टीम को भी विशेष सतर्कता के साथ लगाया गया है।

इसी क्रम में  प्रभारी स्वाट टीम  विवेक कुमार सिंह के नेतृत्व में स्वाट टीम बाराबंकी को सफलता प्राप्त हुई।  अभिसूचना को विकसित करते हुए स्वाट टीम द्वारा अवैध गांजा की तस्करी करने वाले 02 शातिर अभियुक्तों  अमित कुमार रावत उर्फ लक्की पुत्र स्व0 प्रेमचन्द्र निवासी म0नं0-एस/476 सत्यप्रेमी नगर थाना कोतवाली नगर जनपद बाराबंकी, मनीष मिश्रा पुत्र जितेन्द्र मिश्रा निवासी म0नं0-08 हिन्द सिटी देवा रोड मटियारी थाना चिनहट जनपद लखनऊ को मामा नहर पुलिया थाना देवा क्षेत्रान्तर्गत गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगण तस्करी के किये चार पहिया वाहनों का प्रयोग करते थे, अभियुक्तगण के विरुद्ध थाना देवा पर मु0अ0स0-371-372/2020 धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट पंजीकृत किया गया।

अभियुक्तगण से पूछताछ करने पर प्रकाश में आया कि अमित रावत गांजा तस्करी करने का कार्य करता है और वह लखनऊ विश्वविद्यालय से बी.ए. पास  है। उसके द्वारा बताया गया कि यह कार्य अपने महंगे शौको को पूरा करने के लिए करता है।  मनीष मिश्रा अवैध गांजा अमित रावत की योजनानुसार कैसरगंज जनपद बहराइच के एक व्यक्ति से लगभग 5500/-रूपये प्रति कि0ग्रा0 खरीदकर लाता है। लखनऊ निवासी मनीष मिश्रा ड्राइवर है और मादक पदार्थों को बेचने व खरीदने के लिए कैरियर के रूप में कार्य करता है।

कमाते है तीन गुना मुनाफा!

अभियुक्तगण द्वारा जनपद बहराइच से लाए अवैध मादक पदार्थ गांजा को छोटे-छोटे पैकटों 250 ग्राम, 500 ग्राम व 01 कि0ग्रा0  में पैक कर जनपद लखनऊ एवं बाराबंकी के विभिन्न भांग के ठेकों पर बेचते हैं। इनके द्वारा लगभग 7500/-रूपये प्रति किग्रा के हिसाब से बेचा जाता है, अगर इस तरह से इनके द्वारा 30 कि0ग्रा0 अवैध मादक पदार्थ गांजा को बेचा जाता है तो लगभग 75,000/-रूपये का मुनाफा होता है।

जनपद बाराबंकी से प्रदीप पांडेय की रिपोर्ट!

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