बाराबंकी: जी हां! आपको जानकर हैरत होगी कि टीआरसी विद्यालय में विधि परीक्षा में दिहाड़ी मजदूर परीक्षा देने पहुचे, लेकिन ये दिहाड़ी मजदूर अपनी नही बल्कि अन्य विद्यार्थियों की जगह परीक्षा देने आए थे जिन्हें विद्यालय के सचल दल ने दरवाजे पर ही पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि चारो आरोपी दिहाड़ी मजदूर है और वह लोग दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने आए है, उड़नदस्ता दल ने चारों आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया है, हालांकि इस मामले में पुलिस जांच में जुट गई है।
राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय की विधि की परीक्षाएं वर्तमान समय मे संचालित हो रही है जिसके क्रम में सतरिख थाना क्षेत्र स्थित टीआरसी लॉ कॉलेज में अन्य विद्यालयों के सेंटर आये है जिसमे सम्मिलित होने आए छात्रों के चेकिंग के दौरान विद्यालय के उड़नदस्ते को परीक्षार्थियों की गतिविधियां संदिग्ध लगी, पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनका नाम श्याम कुमार, हरिकेश कुमार, विनय कुमार और अनुज कुमार है और वह असल परीक्षार्थी त्रिभुवन सिंह, सतीश कुमार, विकास श्रीवास्तव और दिनेश कुमार यादव के स्थान पर परीक्षा देने आए थे। प्रधानाचार्य द्वारा बताया गया कि प्रथमदृष्टया इनका उद्देश्य यह हो सकता है कि असल छात्र किसी प्रकार से प्रमोट हो सके।
क्या कहते है पुलिस अधीक्षक बाराबंकी!
वही मामले की पूरी जानकारी देते हुए बाराबंकी पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सतरिख थाना क्षेत्र स्थित टीआरसी लॉ कॉलेज में अवध विश्वविद्यालय की परीक्षाएं चल रही है जहाँ से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, ये लोग मुन्नाभाई बनकर दूसरे परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा देने आए थे, पूछताछ में जानकारी मिली है कि हिमांशु नाम का व्यक्ति जनपद के छाया चौराहे पर लगने वाली दिहादु मजदूरों की मंडी से चार लोगों को यह कहकर लाया था कि तुम लोगो को मात्र बैठना है और बैठने के किये उन्हें पूरी दिहाड़ी दी जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले के संबंध में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
रिपोर्ट- नितेश मिश्रा