बाराबंकी: विकासखंड मसौली के ग्राम बांसा में आयोजित सम्मेलन में केंद्रीय बजट पर क्या बोले तनुज पुनिया।

बाराबंकी। भाजपा के राज मे देश की कानून व्यवस्था अपराधियों के हाथ का खिलौना बन कर रह गयी है। अफसरशाही बेलगाम हो गयी है प्रदेश में कानून का राज खत्म होकर जंगल राज कायम है। माताओं के बदनसीब नौजवान बेटे अफसरशाही से तंग आकर लोकभवन के सामने आत्मदाह करने को मजबूर है। महिलायें कहीं भी सुरक्षित नहीं है। अन्नदाता विगत 70 दिनों से राजधानी दिल्ली की सीमा पर अपने मान सम्मान की लड़ाई लड़कर तीन कृृषि काले कानूनों को वापस कराने की लड़ाई लड़ रहा है पर भाजपा सरकार में न्याय की मांग करने पर बर्बरता के साथ लाठी चार्ज तथा आंसू गैस तथा कड़कड़ाती ठंडक में अन्नदाता के ऊपर वाटर कैनन से पानी डाला जा रहा है। भाजपा का यह जुल्मों सितम कांग्रेस पार्टी संघर्ष करके खत्म करेगी लेकिन इस न्याय की लड़ाई में आप सभी को कंधे से कंधा मिलाकर कांग्रेस पार्टी का साथ देना होगा।

उक्त उद््गार उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के मध्यजोन के कार्यकारी अध्यक्ष तनुज पुनिया ने आज विकास खण्ड मसौली के ग्राम बांसा में महिला कांग्रेस नेत्री अर्चना रावत द्वारा आयोजित सम्मेलन में व्यक्त किये जिसकी अध्यक्षता महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शबनम वारिस तथा संचालन विधान सभा जैदपुर के प्रभारी महासचिव के0सी0 श्रीवास्तव ने किया।

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये तनुज पुनिया ने कहा कि कल इस देश की वित्त मंत्री ने संसद में सन् 2020-21 का बजट पेश किया है जिसमें हवाई जहाज के पुर्जे सस्ते और आम आदमी की जरूरत की एल.ई.डी. बल्ब मंहगे किये गये है। केन्द्र सरकार ने आंकड़ों की बाजीगरी दिखाकर दिवालिया बजट पेश किया है जिसमें देश के सभी सम्मानित प्रतिष्ठानों को अपने चन्द पूंजीपतियों मित्रों को बेचने की नियत साफ झलक रही है। बजट ने साबित कर दिया है सरकार के दिल मे बेराजगार नौजवानों के लिये कुछ नहीं है। महिलाओं के ऊपर हो रहे उत्पीड़न, हत्या, गैगरेप को सरकार कैसे रोकेगी, उनको सुरक्षा कैसे देगी, किसानों की आय कैसे दोगुनी होगी उसका जिक्र नहीं है। इन्कम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव न करके नौकरी पेशा लोगों को भी बजट ने निराश किया है सब मिलाकर इस बजट से देश की आवाम को कुछ नही मिला है।

केन्द्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये तनुज पुनिया ने कहा कि बजट में नौजवानों के लिये रोजगार की स्थिति साफ नहीं है। किसानों की आय बढ़ाने पर मायूसी है, सरकारी सम्पत्ति की बिक्री पर जोर है, घर का सपना फिर अधूरा है मजलूम आवाम को इस बजट से निराशा के सिवाय कुछ नही मिला है।

सम्मेलन मे मुख्यरूप से महिला अध्यक्ष शबनम वारिस, विजय पाल गौतम, महेन्द्र पाल वर्मा, जसवन्त यादव, अरविन्द गौतम, आदि कांग्रेसजनों ने सम्बोधित किया तथा कार्यक्रम की आयोजक अर्चना रावत विमला देवी, रीना देवी, सकीना बानो, शहजहां बानो, दीप कुमारी, सावित्री देवी, रानी देवी, फूलमती, ऊषा देवी, पुष्पा देवी, शान्ती देवी, अंजनी वर्मा सहित सैकड़ों की संख्या में महिलायें मौजूद थी। सम्मेलन के अन्त मे कार्यक्रम की आयोजक अर्चना रावत ने सभी का आभार व्यक्त किया।

रिपोर्ट–सरदार परमजीत सिंह

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