भारत मां के दानवीर पुत्रों की संवेदनशीलता, पड़ोसी देश नेपाल के भी गरीबों को बांट रहे हैं राहत सामग्री।

रिपोर्ट – दीपक मिश्रा

कोरोनावायरस महामारी में सबसे ज्यादा गरीबों पर बुरा असर डाला है लॉक डाउन करके की वजह से दुनिया के तमाम देशों में गरीब बेहाल हैं भारत नेपाल सीमा के बलरामपुर जनपद में भारत ही नहीं नेपाल के भी बहुत से गरीब परिवारों के लिए   रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है।

देवीपाटन मंडल के डीआईजी डॉ राकेश कुमार सिंह को यह जानकारी मिली थी कि बलरामपुर में नेपाल सीमा के गांव सिरिया में नेपाल के बहुत से नागरिक आवश्यक सामग्री की कमी से जूझ रहे हैं जंगल के किनारे बसे नेपालियों को भोजन भी नहीं उपलब्ध हो पा रहा यह बात उन्होंने अपने परिचित समाज के तुलसीपुर निवासी राणा प्रताप सिंह को बताई।

राणा प्रताप सिंह ने यह जानकारी मिलते ही अपने संसाधनों से सैकड़ों गरीबों के लिए राहत सामग्री के पैकेट तैयार करवाएं और सिरिया गांव में एसएसबी कैंप के निकट एक राहत शिविर लगाया गया जहां भारत के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल के भी सैकड़ों नागरिकों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई।

इस दौरान भारतीय पुलिस भारतीय एसएसबी और नेपाल देश के पुलिस और सीमा रक्षक बल के जवान भी मौजूद रहे।

संकट की इस घड़ी में बलरामपुर के समाजसेवियों ने जिस तरह राणा प्रताप सिंह की अगुवाई में न सिर्फ अपने देश के लोगों की मदद की बल्कि सैकड़ों नेपाली नागरिकों की भी मदद की है वह काबिले तारीफ है।

एक बार फिर भारतीय संस्कृति का वह प्राचीन सिद्धांत अमर हो गया है जिसके मुताबिक दुनिया को एक परिवार है  और मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है।

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