बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और सपा को भी आड़े हाथों लिया । ट्वीट में मायावती ने कहा कि सपा सरकार में जैसे ब्राह्मणों और दलितों का चुन-चुन कर उत्पीड़न किया गया था तो अब वैसे ही वर्तमान भाजपा सरकार में भी इनके साथ-साथ मुसलमानों का भी काफी उत्पीड़न किया जा रहा है। इनको जबरन गलत मामलों में फँसाया जा रहा है, जो अति दुःखद है।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यह भी कहा कि जिस प्रकार से सपा सरकार में दलितों के मसीहा बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर और इनके महान् सन्तों व गुरुओं की मूर्तियां तोड़ी गई तथा उनके नाम पर रखे गये जिलों व संस्थानों आदि के नाम भी काफी बदल दिये गये थे ठीक उसी प्रकार से अब वर्तमान भाजपा सरकार भी चल रही है। अब तो उनके मसीहा बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की भी मूर्ति तोड़ी जा रही है, जिसकी पहले वाराणसी की और अब जौनपुर की घटना अति-निन्दनीय।
ट्विटर पर संदेश जारी करके मायावती ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उनकी नजर ब्राह्मण दलित और मुसलमान वोट बैंक पर है।
वह सीधे तौर पर अपनी सोशल इंजीनियरिंग को दोहराने की कोशिश कर रहे हैं इसीलिए ब्राह्मण दलित गठजोड़ के साथ-साथ मुसलमानों को भी इसमें शामिल करके मुख्यमंत्री बनने की योजना को क्रियान्वित करना चाहती हैं।
ब्राह्मण मुस्लिम और दलित उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार को कहा है किन मामलों में प्रदेश सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।