मास्क चेकिंग के नाम पर उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में एक मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल किया जा रहा है जिसमें लिखा है “कल प्रातः 9 बजे से उत्तर प्रदेश के सभी थाना क्षेत्रों में मास्क चैकिंग का 30 दिनों का अभियान चलेगा सभी शहर एवं ग्रामवासी मास्क का प्रयोग करें और चालान की कार्यवाही से बचें और साथ ही 10 घंटे की अस्थाई कारावास (जेल) सजा से भी बचे।
निवेदक – ऊत्तर प्रदेश पुलिस
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जनहित में जारी….
यही नहीं इस मैसेज के बाद बाकायदा शरारती तत्वों के द्वारा यूपी पुलिस का लोगो प्रयोग करके उस पर यह मैसेज लिखकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है जिसे आम जनमानस पुलिस की सूचना मानकर उसे सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल कर रहे हैं और कई लोग अपने व्हाट्सएप स्टेटस लगा कर और लोगों को सूचना प्रदान कर रहे हैं।
ऐसे ही संदेश पाकर द इंडियन ओपिनियन के संवाददाता नितेश मिश्रा के द्वारा यूपी पुलिस को उक्त प्रसारित खबर ट्वीट कर जानकारी मांगी गई जिस पर उत्तर प्रदेश पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के द्वारा उक्त भ्रामक खबर का खंडन जारी करते हुए अवगत कराया गया कि “उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मास्क चेकिंग का 30 दिन का ऐसा कोई भी अभियान नही चलाया जा रहा है, और न ही ऐसी कोई सूचना प्रसारित की गई है।
अतः ऐसी भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें, जो भी इस प्रकार की भ्रामकता फैलायेगा, उसके विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही की जाएगी।”
द इंडियन ओपिनियन आप सभी से अपील करता है की ऐसी भ्रामक खबरें को बिना प्रमाणित किए हुए अन्य लोगों को ना भेजें अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सर्वप्रथम खबर की सत्यता की पुष्टि कर लेना आवश्यक होता है लेकिन इसके बाद भी कई लोग बिना सोचे समझे ऐसी खबरें प्रसारित करना प्रारंभ कर देते हैं जिससे आम जनमानस में अनावश्यक भय व्याप्त होता है।
रिपोर्ट- नितेश मिश्रा