“को नहिं जानत है जग में कपि संकट मोचन नाम तिहारो” इस चौपाई को हिन्दू धर्म से जुड़े हुए लगभग हर व्यक्ति के द्वारा गुड़गान किया जाता है इस चौपाई को सत्यार्थ करता है उत्तर प्रदेश के हरदोई का प्रसिद्ध खेतुई बाला जी मंदिर जहां पर सिर्फ हिन्दू ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी अपने संकट को दूर करने के लिए संकट मोचन के द्वार पर माथा टेकने आते हैं।
कुछ इसी तरह आज मंगलवार के दिन कुछ मुस्लिम धर्म की महिलाएं भी बाला जी के द्वार आईं और संकट मोचन भगवान बाला जी से अपने संकटों को दूर करने के लिए मन्नत मांगी महिलाओं के द्वारा वहां पर पूजा अर्चना की गई और साथ ही मंदिर के पुजारी के द्वारा टीका भी लगाया गया।
अक्सर राजनैतिक पार्टियां मंदिर मस्जिद के नाम पर जनता को बरगलाकर अपना उल्लू सीधा करते हैं मगर इन नेताओं को भी एक बार हरदोई खेतुई बाला जी मंदिर में आकर देखना चाहिए कि यहां पर सिर्फ हिन्दू ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लोगों के दिलों में भी बाला जी महाराज के प्रति आस्था है
आपने हिंदुओं को मजारों पर मत्था टेकते तो बहुत बार देखा होगा मगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को मंदिर में जाते नहीं देखा होगा जबकि हरदोई के इस प्रसिद्ध बाला जी मंदिर में बिना किसी संकोच के किसी भी धर्म का व्यक्ति आकर अपने दुख दर्दों को बाला जी से बताकर उन्हें दूर करने की दुआ मांगते हुए दिख जाएंगे।
हरदोई से शिवहरि दीक्षित की रिपोर्ट