रिपोर्टर-सरदार परमजीत सिंह,
सोशल डिस्टेंसिग में हो रही लापरवाही के चलते कोरोना मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। प्रशासन पहले सख्त था,लेकिन अब प्रशासन भी लापरवाह हो गया है।
द इंडियन ओपिनियन संवाददाता के द्वारा जनपद बाराबंकी के सतरिख नाका चौराहा पर दिनांक 24/08/2020 सांय 5:00 बजे कैमरे के माध्यम से नजारे लिए और यह स्पष्ट हो गया कि लोग कोरोना के खतरे को हल्के में ले रहे हैं और उनकी लापरवाही दूसरों के लिए भी खतरे को दावत दे रही है।
ज्ञात हो कि जैसे-जैसे कोविड संक्रमण अपने पैर पसार रहा है प्रशासन की तरफ से भी लगातार लापरवाही बरती जा रही है जैसा की फोटो से प्रतीत होता है कि अधिकांश लोग लापरवाह हो रहे हैं अधिकांश लोग फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिग का पालन नहीं कर रहे हैं।
जैसा कि आप जानते हैं कि सरकार की तरफ से सख्त आदेश है कि प्रोटोकॉल के तहत सभी नियमों का पालन नागरिकों से करवाए, लेकिन कोविड संक्रमित मरीजों की बढ़ती हुई संख्या बता रही है, दिखा भी रही है कि वास्तव में कितना पालन कराया जा रहा है।
कोरोना मरीजों की संख्या बाराबंकी में 1000 के पार हो चुकी है ऐसा लगता है कि प्रशासन ने सबको सबके हाल पर ही छोड़ दिया है। वैसे तो पहले प्रशासन काफी गंभीरता के साथ सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के नियम का पालन करवा रहा था जिससे लोग अनुशासन में थेl लेकिन अनलॉक की शुरुआत के साथ लापरवाही बड़े पैमाने पर बढ़ती जा रही हैl
वहीं आम जनता खुद भी गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाकर अपनी जान खतरे में डाल रही है और दूसरों को भी संक्रमण के दायरे में ला रही है ऐसे में पुलिस प्रशासन को सख्त कार्रवाई करके लोगों को अनुशासन का पाठ पढ़ाना जरूरी हो गया है।
पुलिस अधिकारियों द्वारा लापरवाह और गैर जिम्मेदार लोगों का चालान किया जा रहा है लेकिन लापरवाह लोगों की संख्या को देखते हुए कार्यवाही अपर्याप्त है।