◆मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के
लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र एवं स्वीकृति-पत्र प्रदान किये
◆विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता-मुख्यमंत्री
◆‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना जैसी
योजनाओं से महिलाओं को जोड़ा गया-योगी आदित्यनाथ
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद बाराबंकी में 148.85 करोड़ रुपये लागत की 186 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसके अन्तर्गत विधान सभा सदर के लिए 83, विधान सभा रामनगर के लिए 50 तथा विधान सभा कुर्सी के लिए 53 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र एवं स्वीकृति-पत्र प्रदान किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने द्वीप प्रज्वलित कर शुरू किया। कार्यक्रम के दौरान अन्नप्राशन, पोषण अभियान में पोषण पोटली, प्रधानमंत्री आवास योजना में चाभी वितरण, आसरा योजना में सामूहिक डेमो आवंटन पत्र, सामुदायिक शौचालय संचालन हेतु धनराशि हस्तांतरित डेमो चेक, एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण हेतु सहायक योजना में चेक डेमो, टूलकिट डेमो, विश्वकर्मा सम्मान योजना में टूलकिट व सम्मान पत्र डेमो, पुत्री विवाह अनुदान योजना में स्वीकृति पत्र, उत्तर प्रदेश बाल सेवा योजना में स्वीकृति पत्र डेमो चेक, मुख्यमंत्री सुमंगला योजना में स्वीकृत पत्र डेमो चेक, कृषि यंत्रीकरण योजनान्तर्गत कस्टम हायरिक सेन्टर अनुदान में चाभी वितरण, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत निजी भूमि पर तालाब निर्माण डेमो चेक, एकीकृत बागवनी विकास मिशन में डेमो चेक, आयुष्मान भारत योजना में गोल्डन कार्ड वितरण तथा कोविड-19 से मृतक कर्मचारियों को एक मुश्त अनुग्रह धनराशि डेमो चेक वितरित की गई।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महादेवा की पावन धरती पर विकास की परियोजनाओं के साथ-साथ योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए बधाई देता हूॅ। जनपद बाराबंकी दो बिन्दु के लिए महत्वपूर्ण है जिसमें रामराज्य की धरती बाराबंकी से प्रारम्भ हो जाती है। दूसरा बाराबंकी के किसानों ने अपने परिश्रम से अपने पुरूषार्थ से यहां की कृषि को एक नई ऊंचाईयां प्रदान की है। बाराबंकी के वह प्रगतिशील किसान जिसमें अग्रणी नामों में रामशरण जी का नाम आता है, भारत सरकार ने उनके कार्याे की सराहना की और उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित भी किया। ऐसी अनेक विभूतियां इस जनपद में जन्मी है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया है, लेकिन आजाद भारत की तस्वीर कैसी होनी चाहिए, वह प्रधानमंत्री के इस घोष को आगे बढ़ाने का है, जिसमें गरीब, महिलाओं और समाज के प्रत्येक तबके के लिए विभिन्न प्रकार की योजनायें चलायी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास की इन योजनाओं को लेकर आयी हैै।
उन्होंने कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि आज बाराबंकी जनपद में लगभग 500 करोड़ रूपये की परियोजनाओ का शिलान्यास व लोकार्पण का कार्य सम्पन्न हो रहा है। सामान्य दिनों में हमारे सांसद व विधायकगण जिन लोकार्पण की योजनाओं को अपने स्तर पर अलग से कर लेते है, उसके बाद जो बची हुई योजनायें है उनके साथ हम आपके पास आये हुए हंै। इसमें सड़क, हास्पिटल, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलम्बन, पर्यटन और साथ-साथ रोजगार की व्यापक सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने वाली परियोजनायें भी यहां पर एक साथ लोकार्पित व शिलान्यास की जा रही है। उन्होंने कहा कि बाराबंकी जनपद में चौराहों का सुन्दरीकरण का कार्य किया जा रहा है, जो सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद बाराबंकी में सरकारी निवेश के साथ-साथ निजी क्षेत्र का निवेश हो रहा है, जिसके अन्तर्गत ब्रिटानिया इण्डस्ट्रीज लिमिटेड की बिस्किट एवं बेकरी उत्पाद इकाई का निर्माण कार्य, जिसकी लागत 340 करोड़ की है का भी शिलान्यास आज यहां किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस प्रकार के ढेर सारी परियोजनायें जनपद बाराबंकी में आयेंगी और विकास की नई ऊंचाईंयों पर जनपद बाराबंकी पहुॅचेगा। बाराबंकी के नवजवान को पलायन नहीं करना पड़ेगा। सरकार विकास के सिद्धान्त पर चल रही है। विकास प्रत्येक नागरिक के जीवन में परिवर्तन लाएगा। इससे हर एक नागरिक के चेहरे पर खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि जनता का विकास हो, विकास की योजनाएं हर गरीब के घर में पहुॅचे। बिना भेदभाव के विकास की योजनाएं हर गरीब तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को आवास की सुविधा उपलब्ध हुई है। बड़े पैमाने पर शौचालयों का निर्माण हुआ। अपराधी कोई भी होगा, उसकी जाति उसका धर्म उसका मजहब नहीं पूछा जायेगा, अगर उसने अपराध किया है तो कानून के दायरे में लाकर उसे सख्त से सख्त सजा का कार्य सरकार करेगी। विकास की इन योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए सुरक्षा का माहौल आवश्यक है। नवजवान पलायन न करें, उसके लिए सरकारी नौकरी के साथ-साथ उसकी पंसद का रोजगार उनके गांव कस्बे में प्राप्त हो, इसके लिए प्रयास करने की आवश्यकता थी। जिस कमी को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दूर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, एक जनपद एक उत्पाद , विश्वकर्मा सम्मान योजना आदि योजनाओं के माध्यम से समाज में उन तत्वों को जहां तक रोजगार नहीं पहुॅचता था, वहाॅ पर ऐसे लोगों को रोजगार के साथ जोड़ने का कार्य भी उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- टीम इंडियन ओपिनियन बाराबंकी