लव जिहाद का मामला भारत में आए दिन मीडिया की सुर्खियों में शामिल हो रहा है इसके चलते सैकड़ों वर्षो से साथ में रहे हिंदू मुसलमानों के संबंधों में तनाव पैदा हो रहा और आपसी भरोसा भी टूट रहा है।
पिछले दिनों फरीदाबाद में निकिता तोमर हत्याकांड का वीडियो वायरल होने पर पूरे देश में उबाल आ गया लोगों ने देखा कि किस तरह से तौसीफ और रेहान में निकिता को सरेआम अगवा करने का प्रयास किया और विफल होने पर गोली मार दी यह भी कहा गया कि तौसीफ कई सालों से उसके पीछे पड़ा था उस पर इस्लाम कबूल करके निकाह करना का दबाव बना रहा था और तौसीफ के घर वाले खासतौर पर उसकी मां भी लव जिहाद में तौसीफ का साथ दे रही थी और निकिता को परेशान कर रही थी।
आखिरकार सभी कक्षाओं में फर्स्ट आने वाली होनहार बेटी की बेरहमी से हत्या हो गई इस घटना को लेकर देशभर में हिंदू समाज के लोगों में नाराजगी है और लव जिहाद के खिलाफ भारत में ठोस कानून बनाने की मांग हो रही है।
दरअसल समस्या बहुत पुरानी है और इसका सबसे विकराल रूप पाकिस्तान और बांग्लादेश में देखा जा रहा है पाकिस्तान के ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट और शहीद भगत सिंह फाउंडेशन के संयोजक इम्तियाज राशिद कुरैशी ने पिछले दिनों पाकिस्तान सरकार को आगाह किया और कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समाज की बेटियों को निशाना बनाया जा रहा है नाबालिक वीडियो का जबरन अपहरण गलत तरीके से निकाह और इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है उसे पूरी दुनिया में पाकिस्तान की फजीहत हो रही है उन्होंने सिंध प्रांत में 13 साल की ईसाई लड़की को अगवा करके 46 साल के मुस्लिम अंधड़ के साथ उसके जबरन निकाह किए जाने के मामले को भी उठाया लेकिन 13 साल की लड़की के 18 साल की उम्र के फर्जी एज सर्टिफिकेट तैयार करा कर और कोर्ट में कट्टरपंथियों की भीड़ जमा करके इस मामले को एक तरफा निपटा दिया गया।
पाकिस्तान में ऐसे हजारों मामले हैं जहां हिंदू और ईसाई ही नहीं बल्कि अन्य गैर मुस्लिम समाज के परिवारों ने अपनी नाबालिग बच्चियों को खो दिया उन्हें जबरन इस्लाम कबूल करा कर दो गुने 3 गुने उम्र के लोगों से उनकी शादी करवा दी गई लेकिन मां-बाप के आंसू सूख गए उन्हें इंसाफ नहीं मिला इन घटनाओं को पाकिस्तान के कई मुस्लिम पत्रकारों और मुस्लिम समाज से जुड़े जिम्मेदार मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने ही उजागर भी किया यही हालात बांग्लादेश में भी है जहां अल्पसंख्यक हिंदुओं और ईसाइयों को ऐसी ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और वहां भी उनके लिए इंसाफ के रास्ते लगभग बंद है।
पिछले दिनों चेन्नई के एक बड़े व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि विदेश में पड़ रही उसकी बेटी को बांग्लादेश के एक सांसद के बेटे ने लव जिहाद का शिकार बना दिया और इस काम में जाकिर नाईक के संगठन ने भी हिंदू बेटी को जिसका शिकार बनाया इस मामले में चेन्नई पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके केस एनआईए को ट्रांसफर कर दिया है और बांग्लादेश सरकार से भी भारत सरकार ने कार्रवाई को कहा है।
भारत में भी पिछले कुछ वर्षों में ऐसे मामलों की संख्या कई गुना बढ़ी है देश के अलग-अलग प्रांतों से ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें हिंदू बेटियों ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम लड़कों ने अपना नाम बदलकर हिंदू नाम रख कर उसे दोस्ती की उनका शारीरिक शोषण किया अश्लील वीडियो भी बनाए और बाद में अपनी पहचान उजागर करके इस्लाम कबूल करने और निकाह करने का दबाव बनायाl ऐसे कई मामले देश के पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हैं और मीडिया की सुर्खियां भी बन चुके हैं।
निकिता का मामला वायरल वीडियो की वजह से उजागर हो गया जिसको लेकर पूरे देश में उबाल है मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों को इन मामलों में सामने आने की जरूरत है क्योंकि ऐसी घटनाओं से लगातार भारत में हिंदू और मुसलमानों के बीच भरोसा टूट रहा है संबंधों में कड़वाहट घुल रही है सरकार के लिए यह मामला कानून व्यवस्था से जुड़ा एक संवेदनशील मामला है बहुत से लोग इस पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कह दिया है कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर कानून बनाएगी।
यह मुद्दा कानून से ज्यादा समाज के लिए संवेदनशील है और इसमें सबसे अहम भूमिका मुस्लिम समाज के जिम्मेदार और समझदार लोगों की है।