राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने केंद्र और सभी राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि देश की नौजवान पीढ़ी को सही दिशा देने के लिए तत्काल हर प्रकार के नशे पर रोक लगाई जाए, इसके लिए शराब ठेकों और दूसरे नशा सामग्री बेचने वाले स्थलों पर प्रतिबंध लगाया जाए, क्योंकि नशे की वजह से देश के करोड़ों नौजवान न सिर्फ अपना परिवार अपना जीवन बल्कि देश और समाज के भविष्य को भी खराब कर रहे हैं और इसकी वजह से लाखों लोगों की असमय मौत भी होती है.
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी ने नशा मुक्त भारत के लिए सरकार से सभी शराब ठेको को बंद कराने का आग्रह किया है। चिनहट के उत्तरधौना स्थित लोकबंधु राजनारायण मेमोरियल इंटर कॉलेज में मंगलवार को आयोजित अमृतमय प्रवचन में पधारे जगदगुरू ने कार्यक्रम में मौजूद केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर से कहा कि नशा छुड़ाने से पहले ठेकों को बंद कराईये।
शंकराचार्य ने देश में हिंदू समाज को गुमराह करके उन में फूट डालने का के प्रयास और हिंदुओं के धर्म परिवर्तन के राष्ट्र विरोधी अभियान पर भी चिंता जाहिर की और सरकारों से आग्रह किया कि इस विषय को गंभीरता से लिया जाए, उन्होंने मिशनरी पर भी नियंत्रण लगाने की बात कही।
जगतगुरु शंकराचार्य ने भारत में आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के बढ़ते खतरों पर चिंता जाहिर करते हुए देश के सभी युवाओं के लिए अनिवार्य सैनिक प्रशिक्षण व्यवस्था भी लागू करने की मांग की उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों में देश की सुरक्षा के लिए राष्ट्र विरोधी ताकतों से मुकाबले के लिए देश के सभी नागरिकों को सैनिक प्रशिक्षण दिया जाता है जबकि हमारे देश में एनसीसी की व्यवस्था छात्रों युवाओं के लिए है लेकिन बहुत ही कम संख्या में छात्र युवा इसमें प्रतिभाग करते हैं बेहतर होगा कि सरकार को सभी विद्यालयों में एनसीसी की व्यवस्था अनिवार्य रूप से लागू कर देनी चाहिए।
गुरुकुल शिक्षा पद्धति पर उन्होंने कहा कि गुरूकुल पद्धति लाने के लिए हमें अपनी जीवन शैली में भी बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के लोगों को धर्म को उसके सही अर्थों में समझने और अपनाने की जरूरत है तभी राम राज्य आएगा भेदभाव समाप्त होगा और सभी का कल्याण होगा। उन्होंने समाज के संपन्न लोगों से आग्रह किया कि वाह क्रिश्चियन मिशनरी के द्वारा और दूसरे धर्म के प्रचारकों के द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों से नाता तोड़ने और भारतीय संस्कृति और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने वाले स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला करवाएं।
इस मौके पर केन्द्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर, विधायक डॉ राजेश्वर सिंह, योगेश शुक्ला, आयोजक संदीप सिंह रिंकू, प्रदीप सिंह, शिवकुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।