बाराबंकी – SDM कार्यालय से जारी करवाया फर्जी निवास,पीड़िता को मिला न्यायालय का सहारा तहसील कर्मियों पर FIR!

आम जनता को दुखी पीड़ित लोगों को आसानी से न्याय मिल सके सरकारी दफ्तरों में तुरंत उनके काम किए जाएं इस बात के लिए भारत में दुनिया की सबसे बड़ी ब्यूरोक्रेसी जनता के खर्च पर संचालित की जाती है लाखों कर्मचारियों अधिकारियों को वेतन और सुविधाएं इस बात के लिए दी जाती है कि वह ईमानदारी के साथ अपना कर्तव्य निभाएं और जनता की समस्याओं को दूर करें लेकिन कुछ सरकारी कर्मचारी और अधिकारी भ्रष्टाचार और तानाशाही की मानसिकता से स्वयं इस तरह बीमार है कि वह आम लोगों को राहत पहुंचाने की बजाय उनकी तकलीफ को बढ़ाने का काम करते हैं ।

ऐसे ही एक मामले में बाराबंकी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर फतेहपुर तहसील के कर्मचारियों ब्लॉक के कर्मचारियों और ग्राम प्रधान के खिलाफ फतेहपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करके विवेचना शुरू कर दी गई है ।

दरअसल फतेहपुर तहसील के उप जिला अधिकारी कार्यालय के द्वारा एक फर्जी निवास प्रमाण पत्र कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर जारी करवाया गया। जिस महिला रातरानी के नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी करवाया गया वह महिला सिरौलीगौसपुर तहसील में निवास करती है परंतु उसे फतेहपुर तहसील में किसी अन्य व्यक्ति की पत्नी के रूप में दर्शा दिया गया जिससे वह महिला अपने असली पति से चल रहे गुजारा भत्ता के मुकदमे में न्याय ना हासिल कर सके।

आपको दोनों निवास प्रमाण पत्र के स्क्रीन शॉट दिखाए जा रहे हैं पहला गलत है और दूसरा सही है।
यह प्रमाण पत्र बनाया गया जिसमें पति का नाम गलत है और पूरा पता गलत है इसको रातरानी के वास्तविक पति राम तीरथ ने अपने लाभ के लिए अधिकारियों से सांठगांठ कर जारी करवाया जिससे कि पारिवारिक न्यायालय बाराबंकी में चल रहे मुकदमे में इसका लाभ मिल सके।

जबकि रातरानी का निवास प्रमाण पत्र तहसील सिरौलीगौसपुर से जारी है जिसमें की सारी डिटेल सही हैं यही नहीं रात रानी के पति राम तीरथ ने खंड विकास अधिकारी फतेहपुर से सांठगांठ कर ग्राम जरखा की फूलमती पत्नी चेतराम की परिवार रजिस्टर में भी रातरानी और उसकी दो बेटियों पुष्पा देवी एवं माया देवी का नाम दर्ज करा दिया जिससे रात रानी का पति राम तीरथ यह आरोप अपनी पत्नी पर लगा सके कि यह ग्राम जरखा में घर बैठकर के किसी दूसरे के साथ रह रही है । यद्यपि

न्यायालय , ने मुकदमा निस्तारित कर दिया है जिसके विरुद्ध रातरानी आगे माननीय उच्च न्यायालय में मुकदमा दाखिल करेगी कूट रचित निवास प्रमाण पत्र व कूट रचित परिवार रजिस्टर की नकल रातरानी के पति राम तीरथ ने न्यायालय में दाखिल किया जानकारी होने पर आ आवेदिका रातरानी पत्नी राम तीरथ द्वारा बाराबंकी के जिलाधिकारी समेत सभी संबंधित अधिकारियों से शिकायत की गई परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई कई बार प्रयास करने के पश्चात परेशान होकर पीड़ित महिला ने माननीय उच्च न्यायालय में मुकदमा दाखिल किया माननीय उच्च न्यायालय ने दोषी अधिकारियों के विरुद्ध 10 दिन में कार्यवाही कर न्यायालय को अवगत कराने का निर्देश दिया ।

इस मामले में उच्च न्यायालय के निर्देश के पश्चात भी दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही ना होता देख पीड़ित महिला ने सीजेएम कोर्ट में दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आवेदन किया था जिसके बाद सीजीएम ने मामले को न्यायोचित पाते हुए मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए निर्देश पर कोतवाली फतेहपुर में मुकदमा दर्ज हो गया ।

फतेहपुर क्षेत्राधिकारी ने द इंडियन ओपिनियन को बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज करके विवेचना की जा रही है इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए एसडीएम साहब से बात की जाए।

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