द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी
सुधांशु ठाकुर
माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में बाराबंकी जनपद की प्रतिष्ठा पिछले दो दशकों में पूरे प्रदेश में फैली है, लेकिन उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यह जनपद अभी भी पिछड़ेपन का शिकार है।
जिला मुख्यालय पर मात्र एक शासकीय महाविद्यालय है, जिसका हाल बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, जबकि इस डिग्री कॉलेज के अध्यक्ष स्वयं जिलाधिकारी होते हैं और सचिव स्वयं सदर तहसील के उप जिलाधिकारी होते हैं।
कुछ वर्ष पहले महाविद्यालय से जुड़े कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से इस महाविद्यालय के गौरवशाली मुख्य भवन को गिरा दिया गया और उसका मलबा भी गायब हो गया। कुछ लोक सेवकों और शिक्षक दायित्व से जुड़े लोगों के “पापकर्म” की वजह से कॉलेज परिसर की भव्यता भी अब पहले जैसी नहीं रही।
फिर भी सुखद समाचार यह है कि बाराबंकी के जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने युवाओं की सुविधा के लिए इस डिग्री कॉलेज के कायाकल्प का संकल्प लिया है। जिलाधिकारी का प्रयास है कि न सिर्फ इस ऐतिहासिक महाविद्यालय की गरिमा पुनर्स्थापित हो, बल्कि यहां ऐसे उपयोगी पाठ्यक्रम भी शुरू हो सकें, जिनकी पढ़ाई करके बाराबंकी के युवा आसानी से विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बन सकें, अपना बेहतर भविष्य बना सकें और राष्ट्रहित में भी योगदान दे सकें।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बाराबंकी जिला मुख्यालय के एकमात्र सरकारी डिग्री कॉलेज, जवाहरलाल नेहरू स्मारक महाविद्यालय (जनेस्मा), के प्राचार्य को प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष के रूप में निर्देशित किया है कि वह शीघ्र ही इस डिग्री कॉलेज में बैचलर ऑफ लॉ (विधि स्नातक) यानी LLB की पढ़ाई शुरू करने की व्यवस्था करें। इसके लिए विश्वविद्यालय और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से संपर्क करके मान्यता संबंधी औपचारिकताएं पूर्ण की जाएंगी, और आने वाले शैक्षणिक वर्ष से इसे संचालित करने का प्रयास किया जाएगा।
गौरतलब है कि बाराबंकी जिला मुख्यालय के इस एकमात्र डिग्री कॉलेज में आधुनिक, रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का अभाव होने की वजह से केवल वही विद्यार्थी यहां प्रवेश लेने के इच्छुक होते हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं होती, यानी जो महंगे प्राइवेट कॉलेज की शिक्षा नहीं ग्रहण कर पाते।
बहुत से युवाओं का कहना है कि इस डिग्री कॉलेज में उन कोर्सेज यानी पाठ्यक्रमों को शुरू करने की आवश्यकता है, जिनकी आज के बदलते दौर में ज्यादा मांग और उपयोगिता है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने युवाओं की भावनाओं को समझते हुए और बदलते दौर की आवश्यकता को देखते हुए जनेस्मा डिग्री कॉलेज को बाराबंकी जिला मुख्यालय के पूर्ण सुसज्जित महाविद्यालय के रूप में विकसित करने का महाप्रयास शुरू किया है।
द इंडियन ओपिनियन से वार्ता में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार कहते हैं, “बदलते दौर में नए पाठ्यक्रम युवाओं के व्यक्तित्व विकास और उन्हें आत्मनिर्भरता व रोजगार से जोड़ने के लिए बहुत आवश्यक हैं। LLB का पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए प्राचार्य को निर्देशित किया गया है। आने वाले समय में और भी आधुनिक पाठ्यक्रमों को शुरू कराया जाएगा, जिनकी पढ़ाई करने के बाद युवाओं को मान-सम्मान के साथ रोजगार की उपलब्धता होगी।”
बाराबंकी के सभी जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और सक्षम लोगों को भी शहर के एकमात्र डिग्री कॉलेज को सशक्त बनाने के लिए आगे आना चाहिए। यह डिग्री कॉलेज बाराबंकी के युवाओं को बेहतर भविष्य देने में सहायक हो पाएगा, तो पूरे जनपद का जीवन स्तर बेहतर होगा। यह सभी के लिए खुशी की बात होगी।
द इंडियन ओपिनियन भी बाराबंकी के सर्व समाज से अपील करता है कि बाराबंकी के युवाओं के हित में इस डिग्री कॉलेज को बेहतर बनाने में अपना योगदान देने का प्रयास करें, जिससे सामान्य, मध्यम, और निम्न वर्गीय परिवारों के बच्चे भी कम शुल्क में बेहतर शिक्षा हासिल करके योग्य नागरिक बन सकें।