द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी
बाराबंकी के शहर के लोगों ने पिछले साल अप्रत्याशित रूप से जबरदस्त बाढ़ का सामना किया था। शहर के लगभग 60 प्रतिशत क्षेत्र में कई दिनों तक जलभराव की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। लगभग 50,000 लोग प्रभावित हुए थे और करोड़ों की संपत्ति का भी नुकसान हुआ था।
घटना से सही सबक लेते हुए बाराबंकी के जिला प्रशासन ने इस बार बाढ़ आने के पहले ही व्यापक तैयारी कर ली है। सबसे बड़ा काम यह हुआ है कि बाराबंकी के इतिहास में पहली बार शहर के बीच से गुजरने वाली जमुरिया नदी को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। उसका छीना हुआ भूभाग वापस दिया गया है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की सूझबूझ से यह काम हो पाया। अब जमुरिया नदी की चौड़ाई पहले से दोगुनी हो गई है, जिससे अब दोगुनी मात्रा में उसमें जल प्रवाह हो सकेगा।
ज्यादा संभावना इस बात की है कि पहले की तरह बाराबंकी के लोगों को बाढ़ का सामना न करना पड़े, क्योंकि जल निकासी की व्यवस्थाएं पहले की तुलना में अब बेहतर हैं।
फिर भी, जिला प्रशासन कोई भी जोखिम मोल नहीं लेना चाहता और इसके लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर संभवतः प्रदेश में पहली बार नगर पालिका बाराबंकी में एक आधुनिक फ्लड यूनिट तैयार की गई है। इस फ्लड रिलीफ यूनिट में दर्जनों कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है, जिनकी मॉनिटरिंग जिला स्तरीय अधिकारी करेंगे।
इस यूनिट में एक नाव की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, लाइफ जैकेट, रस्सी, ट्यूब, सर्च लाइट व अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार का कहना है कि, “स्थानीय निकायों को नागरिकों की सभी सामान्य आवश्यकताओं के लिए खुद को सक्षम बनाने की जरूरत है। कोई भी समस्या आने पर सबसे पहले स्थानीय निकायों की ओर लोगों का ध्यान जाता है और स्थानीय निकाय की यह स्वयं भी पहली जिम्मेदारी है कि वह नागरिक सुविधाओं के लिए सजग रहे। पिछले वर्ष का अनुभव काफी खराब रहा। इस वर्ष जनता को दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए काफी तैयारी की गई है। बारिश होने का अलर्ट मिल रहा है, लेकिन उम्मीद है कि सभी के प्रयासों से हर परिस्थिति का सामना किया जाएगा। विशेष परिस्थितियों के लिए राज्य और राष्ट्रीय आपदा मोचक बल यानी एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की सेवाएं भी ली जाएंगी।”
वहीं, बाराबंकी सूचना विभाग ने एक विज्ञप्ति जारी करके नागरिकों को यह सूचित किया है कि संभावित भारी वर्षा के दृष्टिगत एक कंट्रोल रूम बना दिया गया है। आईएएस अधिकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आर जगत साईं स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। कोई भी असुविधा होने पर जनपद वासी इस कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकते हैं। उन्हें तुरंत सरकारी मदद उपलब्ध कराई जाएगी। जलभराव/बाढ़ आपदा से राहत हेतु नम्बर – 05248-226017, 9454418880, 7518392680, 9794527088, 9651145455, 9151020839, 9151020828 जारी किए जा रहे हैं।