केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इन दिनों बीजेपी संसदीय बोर्ड से हटाए जाने के बाद से ही चर्चा में हैं। शुक्रवार दोपहर को उन्होंने ट्वीट किया, इन ट्वीट में गडकरी ने आरोप लगाया कि उनके कुछ बयानों को सेलेक्टिव अंदाज में पेश किया जा रहा है। गडकरी सोशल मीडिया के साथ-साथ मीडिया पर भी खूब बरसे।
नितिन गडकरी इस वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि, ”मेरा मंत्रीपद गया तो गया, मुझे फरक नहीं पड़ता। नितिन गडकरी ने एके के बाद एक कई ट्वीट कर उनके बारे में अफवाह फैलाने वालों के प्रति नाराजगी जाहिर की और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
गडकरी ने आगे लिखा है कि कुछ लोगों ने राजनीतिक फायदे के लिए आज फिर मेरे खिलाफ जघन्य और फैब्रिकेटेड कैंपेन चलाने की कोशिश की है। जो मेरे सार्वजनिक बयानों को गलत संदर्भ में पेश कर रहे हैं।
गडकरी ने एक विडियो किया, शेयर किए गए पूरे वीडियो में वह 1996 का किस्सा सुनाते नजर आ रहे हैं। उस दौरान वह महाराष्ट्र के मंत्री थे। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी ने कहा था कि कानून तोड़ने में गरीब और शोषित वर्ग का हित है तो वो गलत नहीं है लेकिन किसी स्वार्थ के लिए कानून तोड़ा गया है तो वो गलत है।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’