पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार दोपहर शिवसेना नेता सुधीर सूरी की गोली मारकर सरेआम हत्या कर दी गई। गोपाल मंदिर के बाहर कुछ लोगों ने देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां फेंकी हुई थीं। सूरी को जब इस बाबत पता चला तो वह मंदिर के बाहर पहुंचे और मूर्तियों की बेअदबी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने को लेकर धरने पर बैठ गए। उनके सुरक्षाकर्मी और समर्थक भी साथ थे। इसी दौरान, अचानक उन पर फायरिंग की गई।
संजय सूरी को खालिस्तान समर्थकों से मिल रहीं धमकियों के कारण उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। उन्हें 15 सुरक्षाकर्मी मिले थे। इसमें से 12 उनके साथ थे। इसके अलावा धरनास्थल पर करीब 15 पुलिसकर्मी और तैनात थे। इस सब के बावजूद हमलावर दुकानदार संदीप सिंह सन्नी कार में वहां पर पहुंचा और उतरते ही अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से सूरी पर पांच गोलियां चला दी।