बाजी मार ले गए नए समाजवादी सुरेंद्र सिंह वर्मा, निराश हो गए पुराने समाजवादी विधायक सुरेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव और अन्य नेता!

द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी

बाराबंकी जिला मुख्यालय में नगर पालिका चेयरमैन के प्रतिष्ठित पद के लिए समाजवादी पार्टी हाईकमान ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शीला सिंह वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित करके तमाम चर्चाओं और अटकलों पर विराम लगा दिया है । गौरतलब है कि बाराबंकी जिला मुख्यालय की नवाबगंज नगर पालिका में अध्यक्ष पद के लिए इस बार समाजवादी पार्टी से कई दिग्गज चुनावी मैदान में थे.. पिछले 10 वर्षों से नवाबगंज नगरपालिका पर भारतीय जनता पार्टी के रंजीत बहादुर श्रीवास्तव के परिवार का कब्जा है।

लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी का समीकरण भी मजबूत दिख रहा है समाजवादी पार्टी इस बार किसी भी हाल में नवाबगंज नगरपालिका जीतना चाहती है हालांकि कई पुराने समाजवादी नेता टिकट की दौड़ में संघर्ष कर रहे थे लेकिन कुछ महीनों पहले ही भारतीय जनता पार्टी से समाजवादी पार्टी में आई शीला सिंह वर्मा को जिताऊ प्रत्याशी मानते हुए सपा हाईकमान ने टिकट देने का फैसला कर दिया है।
तमाम पुराने समाजवादी चेहरों को इससे निराशा जरूर हुई होगी..

पार्टी के जिला अध्यक्ष हाफिज आयाज और सपा विधायक सुरेश यादव का दावा है कि पूरी पार्टी एकजुट होकर शीला सिंह वर्मा को जिताने का काम करेगी।

सदर विधायक सुरेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव अपनी पुत्रवधू शिखा यादव के लिए टिकट चाहते थे और काफी प्रयास भी कर रहे थे जनसंपर्क अभियान में भी कई महीनों से जुड़े थे इसी प्रकार पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ कुलदीप और जिला बार के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सिंह वर्मा भी दावेदारों में शामिल थे।

वहीं पूर्व मंत्री संग्राम सिंह वर्मा की अनुज वधू शीला सिंह वर्मा की पैरवी में समाजवादी पार्टी के एक पूर्व मंत्री और पूर्व एमएलसी समेत कई प्रभावशाली नेता जुटे थे ।

अब टिकट का फैसला घोषित होने के बाद संघर्ष की रणभूमि तैयार हो गई है यह देखने वाली बात होगी की दो बार जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी शीला सिंह वर्मा अपेक्षाकृत छोटे सदन नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए पहली बार चुनाव लड़ रही है ऐसे में चुनाव जीतने से पहले पार्टी के सभी गुटों को एकजुट करना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।

यहां यह बताना भी जरूरी है कि बाराबंकी में समाजवादी पार्टी में गुटबाजी की खबरें भी अक्सर सामने आती है पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप पूर्व मंत्री राकेश वर्मा और सदर विधायक सुरेश यादव के अपने अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के समूह है जो कि कई बार आपस में ही शीत युद्ध में उलझे दिखाई पड़ते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर पार्टी के सभी नेता यह दावा कर रहे हैं की नगर पालिका चुनाव में एकजुट होकर प्रत्याशियों को जिताने का काम करेंगे

ब्यूरो रिपोर्ट, दा इंडियन ओपिनियन

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