
हमने 4 अक्टूबर 2022 को “कोविड के पश्चात असमय होने वाली मौतों की संख्या में यकायक हुई बढ़ोतरी के लिए कौन ज़िम्मेदार? विस्तार में पढ़ें” शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित कर जन साधारण , सरकार और शीर्ष चिकित्सा संस्थानों का ध्यान इस तरफ आकर्षित करते हुए इसके कारणों का अध्ययन करने का अनुरोध किया था। हमारी तरह ही अन्य सोशल मीडिया और समाचार पत्रों ने भी इस विषय पर काफी कुछ प्रकाशित किया।

हमें खुशी है कि देश की शीर्ष चिकित्सा संस्था आई सी एम आर ने इस विषय पर एक अध्ययन किया है जिसके परिणाम शीघ्र ही हमारे सामने होंगे।
क्या भारत में कोरोना की वैक्सीन लेने के बाद से लोगों की हार्ट अटैक से मौतें हो रही है?इसी विषय पर ICMR इन दिनों एक स्टडी कर रहा है। इस स्टडी की रिपोर्ट जुलाई 2023 में जारी की जाएगी। ICMR में इस समय भारत की युवा आबादी में कोविड-19 टीकाकरण और कोरोना से पीड़ित लोगों में इस तरह के बढ़ते मामलों को लेकर स्टडी की जा रही है।

इस क्रम में ICMR चार तरह के केसों की स्टडी कर रहा था।इन सभी केसों की प्राथमिक रिपोर्ट पीयर ग्रुप को भेजी गई है। ग्रुप ने इन सभी रिपोर्टों से जुड़े कुछ और बिंदुओं पर अतिरिक्त जानकारी मांगी है। इस पर जल्दी ही ICMR विस्तृत जानकारी पीयर ग्रुप को भेजेगा । जिसके बाद प्राथमिक रिपोर्ट अगले महीने आने की संभावना है।
निम्न चार तरह के केसों की स्टडी की जा रही –
1.कोविड 19 के बाद खासकर युवाओं में अचानक हार्ट अटैक के बढ़ते हुए मामले ।
- हार्ट अटैक और कोविड 19/ टीकाकरण में संभावित सम्बन्ध ।
- कोविड 19 के बाद हार्ट और ब्रेन अटैक के मामले सामने आए हैं।
- कोविड 19 के बाद हार्ट अटैक के मामले लेकिन जिनमें मौत नहीं हुई है ,
ऐसे में बहुत ज़रूरी हो जाता है कि हम सब जानें क्या हैं हार्ट अटैक के लक्षण और सावधनियाँ-
हार्ट अटैक (Heart Attack) की स्थिति में सीने में दर्द होना, सांस लेने में तकलीफ, पसीना आना या बैचेनी होना, घबराहट महसूस होना आदि प्रमुख लक्षण हैं ।हालांकि डॉक्टरों का मानना है कि अगर आप डायबिटीज या ब्लड प्रेशर के मरीज हैं या आपको कोलेस्ट्रॉल आदि की समस्या है तो आपको अपने दिल का विशेष खयाल रखना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप पहले से जल्दी थकने लगे हैं, जैसे सीढ़ियां चढ़ना या कोई और फिजिकल एक्टिविटी करने में आपको जल्दी थकान हो जाती है, तो आपको डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच अवश्य करानी चाहिए । याद रखिये अपने स्वास्थ्य के प्रति ज़रा सी भी लापरवाही घातक हो सकती है।
रिपोर्ट- विकास चन्द्र अग्रवाल-द इंडियन ओपिनियन