यूपी चुनाव की घोषणा के साथ ही सियासी गलियारों में एक बार फिर ओम प्रकाश राजभर की भाजपा वापसी की चर्चा चल रही है। इस बात को हवा इसलिए भी मिली क्योंकि बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह ने शनिवार को एक बार फिर ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात की। हालांकि इन दोनों में क्या बातें हुईं यह सामने नहीं आ पाई है पर कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी ओम प्रकाश राजभर को अपने खेमे में फिर से शामिल करना चाहती है। इसलिए दयाशंकर सिंह उनसे बार-बार मुलाकात कर रहे हैं।
हमने इसके लिए वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद कुमार सिंह से बात की। उन्होंने कहा, ‘ओम प्रकाश राजभर की पार्टी को पहचान 2017 में मिली। तब भाजपा से गठबंधन करके ही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को चार सीटों पर जीत मिली थी। इसके पहले इस पार्टी का कोई खास अस्तित्व नहीं था। इसके बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार में ओपी राजभर को कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया और उनके बेटे को भी राज्यमंत्री का दर्जा मिला। यहीं से ओपी राजभर को बड़ी पहचान मिली। इसके बाद ओपी राजभर को लगा कि वह खुद के दम पर काफी कुछ कर सकते हैं। फिर 2022 विधानसभा चुनाव तक उन्होंने भाजपा को डैमेज करने की खूब कोशिश की। समाजवादी पार्टी के साथ आए, मजबूत गठबंधन बनाने की कोशिश की लेकिन फायदा नहीं हुआ।’