नेपाल की फैक्ट्रियों से भारत में फैल रहा प्रदूषण, रोहिणी नदी का पानी हुआ जहरीला।

रिपोर्ट – कार्तिकेय पांडे

जी हां , हमारे देश के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की लापरवाही के चलते पड़ोसी देशों की कारगुजारीओं का भी हमें खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
ताजा मामला नेपाल मैं चलने वाली फैक्ट्रियों से जुड़ा है जो बड़े पैमाने पर भारतीय क्षेत्र को प्रदूषित कर रही हैं उत्तर प्रदेश के महाराजगंज की रोहिणी नदी में नेपाल का औद्योगिक कचरा पानी को जहरीला बना रहा है।

लाॅकडाउन में कामकाज ठप होने से जहां सभी नदियों का पानी शुद्ध हो रहा है। वहीं जिले की वरदान कही जाने वाली रोहिन नदी में नेपाल की फैक्ट्रियों का गंदा पानी आने से नदी का पानी प्रदूषित हो गया है। पानी में दुर्गंध इतना ज्यादा है कि तट पर बसे ग्रामीणों को बीमारी फैलने का डर सता रहा है।

रोहिणी नदी में झरही नदी के रास्ते नेपाल के नवलपरासी फैक्ट्रियों का गंदा पानी आ रहा रहा है। पहले नदी का पानी स्वच्छ था और गांव के सभी पशु नदी का ही पानी पीते थे, लेकिन नेपाल से फैक्ट्रियों का गंदा पानी आने का कारण नदी का पानी दूषित हो गया है। पानी में दुर्गंध इतना ज्यादा है कि जीना मश्किल हो गया है, पशु भी अब पानी नहीं पी रहे हैं।

ग्रामीण अखिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि नेपाल की फैक्ट्रियों से आ रहे गंदे पानी के कारण हैंडपंप से भी पीला दूषित पानी आ रहा है। गांव में पेयजल की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि हैंडपंप से भी गंदा और दूषित पानी आ रहा है. दूसरे गांव से पानी लाकर पीते है। इस कारण पेयजल की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में प्रशासन के अधिकारियों को कई बार शिकायत दी गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों को बीमारी फैलने का डर सता रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर नदी का पानी साफ हो जाए, तो गर्मी के महीने में ग्रामीणों को पेयजल की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।

डीएम डॉ. उज्ज्वल कुमार ने नेपाल रूपंदेही के प्रमुख अधिकारियों को पत्र भेजकर कारखाने का कचरा नदी में आने से रोकने को कहा है, लेकिन इसके बाद भी रोहिन नदी में फैक्ट्रियों का गंदा पानी आ रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार रोहिणी नदी नेपाल के पहाड़ों से निकली है और महराजगंज जिले के सोहगीबरवां वन्य जीव प्रभाग के बीच से निकलकर जिले के विभिन्न गांव होते हुए भारत में आई है, जो राप्ती नदी में मिली है। नेपाल के नवलपरासी की फैक्ट्रीयों का पानी झरही नदी के रास्ते सोहगीबरवां वन्य जीव प्रभाग के रेंज लक्ष्मीपुर व चौक के बीच के रास्ते होकर रोहिन नदी में आता है।

इन गांवों में बीमारी फैलने का खतरा
ग्रामीणों ने बताया कि समय रहते सरकार ने इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो लगभग 119 किलोमीटर लंबी इस नदी के तट पर बसे रघुनाथपुर,अमहवा, चुन्नीपूर रिसालपुर, भूतहा, करीमदादपुर, आराजी सुबाइन, तेन्दुअहिया, राजपुर, मठिया इन्दु, काशीपुर, खालिकगढ़, औरहियां, चकदहा, टेढ़ीघाट, मझार, बडहरालाला, जर्दी, डोमरा, हरखपुरा सहित कई गांवों में बीमारी फैलने का खतरा अधिक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *