पिता थे विदेश मंत्री, खुद तीन बार सांसद अब, राजकुमारी को कांग्रेस का हाथ नहीं, भाजपा का साथ पसंद है! The Indian Opinion

प्रतापगढ़ के चर्चित कालाकाकर रियासत की राजकुमारी ,कांग्रेस सरकार में विदेश मंत्री रहे राजा दिनेश सिंह की बेटी रत्ना सिंह ने लंबे समय तक कांग्रेस की राजनीति करने के बाद अब भाजपा का दामन थाम लिया है।

रत्ना सिंह को कांग्रेस का हाथ नहीं भाजपा का साथ पसंद है

जी हां, हम बात कर रहे हैं प्रतापगढ़ की चर्चित राजकुमारी रत्ना सिंह की अपने राजसी वैभव और पारिवारिक मामलों को लेकर भी कई बार चर्चा में रही1 हालांकि इस बार उन्होंने बड़ी सुर्खियां इसलिए बटोरी हैं क्योंकि कांग्रेस पार्टी से 3 बार सांसद रहने के बाद उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व को अलविदा कह दिया है राजकुमारी रत्ना सिंह को अब कांग्रेस का हाथ नहीं भाजपा का साथ पसंद है1

योगी के सामने हुई, भाजपाई

प्रतापगढ़ में योगी आदित्यनाथ की जनसभा में हजारों समर्थकों के साथ पहुंची राजकुमारी रत्ना सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
योगी आदित्यनाथ वहां पर अपना दल के प्रत्याशी के लिए जनसभा को संबोधित करने के लिए गए थे मुख्यमंत्री की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुई राजकुमारी रत्ना सिंह जिस तरह सैकड़ों गाड़ियों का काफिला और हजारों समर्थकों को लेकर वहां पर पहुंची माना जा रहा है कि सारा गेम प्लान पहले से ही तय था और कांग्रेस पार्टी को उपचुनाव के मौके पर बड़ा झटका देना राजकुमारी और भाजपा के संयुक्त रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

बढ़ सकती हैं राजा भैया की मुश्किलें

पहले से ही भाजपा के निशाने पर चल रहे कुंडा के चर्चित विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया राजकुमारी रत्ना सिंह के राजनीतिक विरोधी माने जाते हैं। दोनों के बीच हमेशा छत्तीस का आंकड़ा रहा है और अब राजकुमारी ने सत्ताधारी पार्टी भाजपा का दामन थाम लिया है जबकि पूर्व मंत्री राजा भैया ने पिछले दिनों समाजवादी पार्टी से अलग होकर खुद अपनी पार्टी बना ली थी। लेकिन उनकी पार्टी लोकसभा में सफलता नहीं हासिल कर पाई उल्टे पिछले दिनों योगी सरकार के निर्देश राजा भैया के पिता महाराज उदय प्रताप सिंह के खिलाफ हिंदू मुस्लिम दंगा भड़काने की साजिश का मुकदमा दर्ज कर दिया गया था।
वही राजकुमारी रत्ना सिंह ने भाजपा का दामन थाम के प्रतापगढ़ में न सिर्फ अपना रुतबा बढ़ा लिया है बल्कि अपने सियासी सफर को भी आसान बना लिया हैं।

रिपोर्ट – आदित्य यादव