बहराइच में दलित ग्राम प्रधान की हत्या के आरोपियों पर 40 दिन बाद भी नहीं कार्रवाई, बसपा सुप्रीमो बोलीं- सरकार की खामोशी दुखद।
बसपा प्रमुख मायावती ने बहराइच में दलित प्रधान की हत्या मामले में योगी सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने ट्वीट करके कहा कि दलित प्रधान की हत्या में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़ित परिवार जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ रहा है, लेकिन यूपी सरकार खामोश है, यह अति दुखद है।
बहराइच में 40 दिन पहले हुए दलित ग्राम प्रधान की हत्या के मामले में पुलिस ने अभी तक हत्यारोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर ग्राम प्रधान के परिजनों ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। दो दिन वो धरना देने आए, लेकिन थोड़ी देर बैठने के बाद पुलिस ने उनको वापस लौटा दिया।
मंगलवार को पुलिस ने मुख्यालय पर धरना दे रहे परिजनों को जबरन हटा दिया। पुलिस के जबरन हटाने के बाद ग्राम प्रधान के परिजन न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। परिजनों को न्याय दिलाने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर सरकार को घेरते हुए पुलिस की कार्रवाई पर दुख जताया है।
जिले के जरवलरोड थाना क्षेत्र के ग्राम करनईडीहा गांव निवासी द्वारिका प्रसाद राव इस बार प्रधान चुने गए थे। बीते 17 जून को वह अपने घर के बरामदे में सो रहे थे। आरोप है कि सोते समय अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया था। इसके बाद परिजन उनको लेकर लखनऊ आए थे, लेकिन इलाज के दौरान ग्राम प्रधान की मौत हो गई थी।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। 40 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक घटना का खुलासा नहीं कर सकी। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए परिजन दर-दर भटके, लेकिन न्याय नहीं मिला। न्याय न मिलता देख परिजन मुख्यालय के धरना स्थल पर धरने पर बैठ गए।
हत्या के 40 दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। न ही अभी तक किसी से पूछताछ की गई है। ऐसे में पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। मुकदमे में नामजद होने के बावजूद भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी करने से बच रही है। यही कारण है कि इतने दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है।
बसपा सुप्रीमो के ट्वीट के बाद पुलिस ने भी ट्वीट कर सफाई दी है। एसपी सुजाता सिंह ने कहा कि, साक्ष्य और परिस्थितियों में विरोधाभास होने के कारण नारको टेस्ट कराने के लिए परामर्श दिया गया था। जिसके लिए 14 जुलाई को बहराइच न्यायालय में उपस्थित होकर पीड़ित और आरोपी दोनों के नार्को टेस्ट कराने की याचना की गई थी।
न्यायालय ने 26, 29 व 2 जुलाई को पक्षकारों को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए समय दिया है। आरोपी पक्ष से सहयोग मिला और उन्होंने अपना नारको टेस्ट कराने की सहमति दे दी लेकिन, वादी पक्ष के वकील दो बार डेट आगे बढ़वा रहे हैं। तीसरी बार में उन्हें 10 अगस्त की डेट मिली है। वादी पक्ष विवेचना में सहयोग नहीं कर रहा है। अनावश्यक दबाव बनाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहा है।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी