बाराबंकी: रिश्ते हुए शर्मसार! भाई ने बनाई बहन की हत्या की योजना, माता पिता ने दिया साथ।

बाराबंकी। इसे घोर कलयुग कहें या अपराध का बढ़ता हुआ दायरा, जब समाज में पारिवारिक रिश्तो को कलंकित करने वाली घटनाएं सामने आती हैं जैसा कि जनपद बाराबंकी में घटित हुआ घटना इस प्रकार से है की विगत दिनों खेत में एक युवती का शव पाए जाने की सूचना पुलिस को प्राप्त होती है जिसके बाद पुलिस जांच में जुट जाती है और युवती के पिता के द्वारा तहरीर देकर आरोप लगाया जाता है कि कुछ लोगों के द्वारा उसकी पुत्री का दुष्कर्म करके उसकी हत्या कर दी थी लेकिन जब पुलिस जांच पड़ताल करती है तो ऐसे तथ्य सामने आते हैं जो आश्चर्यजनक होते हैं।

मामला दरअसल इस प्रकार है कि वादी मंशाराम पुत्र प्यारेलाल निवासी ग्राम कौरहापुरवा थाना कोठी जनपद बाराबंकी द्वारा थाना जैदपुर में तहरीर दी गयी कि उसकी पुत्री प्रातः शौच के लिए गयी थी जो वापस नहीं आयी और उसका शव सरसों के खेत ग्राम बीबीपुर में मिला है जिसकी बलात्कार कर हत्या कर दी गयी है । इस सूचना पर थाना जैदपुर में मु0अ0सं0 25/2021 धारा 376/302 भादवि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया ।

पुलिस अधीक्षक बाराबंकी यमुना प्रसाद द्वारा घटना स्थल का तत्काल निरीक्षण कर उक्त घटना के शीघ्र अनावरण हेतु अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी मनोज कुमार पाण्डेय व क्षेत्राधिकारी सदर राम सूरत सोनकर के पर्यवेक्षण में कुल 05 टीमें गठित की गयी ।

सर्विलांस टीम को नहीं मिले खास सुराग!

प्रथम टीम प्रभारी सर्विलांस निरीक्षक अक्षय कुमार के नेतृत्व में गठित की गयी जिसे डिजिटल डेटा के एनालिसिस हेतु लगाया गया एवं मैनुअल इंटेलीजेंस के आधार पर अनावरण करने हेतु द्वितीय टीम निरीक्षक श्री वीरेन्द्र बहादुर सिंह थाना जैदपुर, तृतीय टीम श्री रितेश पाण्डेय थानाध्यक्ष कोठी, चतुर्थ टीम श्री बृजेश वर्मा प्रभारी निरीक्षक सतरिख, पंचम टीम श्री श्रवण कुमार सिंह थानाध्यक्ष सफदरगंज के नेतृत्व में लगायी गयी।

पैर में लगे गोबर की सहायता से किया गया घटना का खुलासा

गठित पुलिस टीम द्वारा की गयी जांच से घटना के सम्बन्ध में विभिन्न महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए जिसमें घटना वाले दिन मृतका के पैर में गोबर लगा पाया गया था जबकि घटना स्थल पर जो चप्पल मिला था उसमें गोबर नही लगा था। मृतका का पैर घटना स्थल पर मिले चप्पल के साइज से बड़ा था मृतका की भाभी द्वारा भी बताया गया था कि मृतका के पैर में 7 नम्बर की चप्पल आती है,जो चप्पल मौके पर मिला था वह 4 नम्बर का था । दिनांक-17.01.2021 को घटना स्थल के पास उसी गांव का एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ सुबह अपने खेत में काम कर रहा था, उसने बताया कि अभियुक्त मंशाराम करीब 07.30-8.00 बजे आया था और मुझसे अपनी लड़की के गायब होने के सम्बन्ध में बताते हुए मुझसे पूछा था, जबकि अभियुक्तगण द्वारा मृतका को 09.00 बजे प्रातः शौच के लिए जाना बताया गया। इसके अतिरिक्त दिनांक-17.01.2021 को ही लगभग 11.30 बजे अभियुक्ता/मृतका की मां को घटना स्थल के पास मनरेगा में काम कर रहे मजदूरों द्वारा देखा गया था तथा मनरेगा के मेठ द्वारा मृतका की मां से पूछा गया था तो उसने अपने खेत पर जाने की बात बतायी और खेत में उस स्थान तक गयी थी जहां चप्पल मिला था ।
पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न साक्ष्यों के आधार पर आज दिनांक 25.01.2021 को घटना का सफल अनावरण करते हुए घटना में संलिप्त 03 अभियुक्तों 1. मंशाराम पुत्र प्यारेलाल, 2. हरिओम पुत्र मंशाराम, 3.मीना कुमारी पत्नी मंशाराम रावत निवासीगण ग्राम कौरहापुरवा थाना कोठी जनपद बाराबंकी को गिरफ्तार किया गया।

अभियुक्तगण ने पूछतांछ पर घटना के सम्बन्ध में बताया कि मृतका मंद बुद्धि की थी तथा गन्दे तरीके से रहती थी व अपना कार्य भी स्वयं नहीं कर पाती थी। किसी रिश्तेदार व गाँव के व्यक्तियों के सामने उसके पागलपनपूर्ण व्यवहार के कारण घर वालों को शर्मिंदगी उठानी पड़ती थी। मन्दबुद्धी व दिव्यांग होने के कारण उसकी शादी भी नहीं हो सकती थी। अभियुक्त हरिओम ने यह भी बताया कि मेरे यहां सरकारी गल्ले का कोटा है जहां पर खाद्य व रसद विभाग के अधिकारी अक्सर आया करते थे तो मेरी बहन कम कपड़ों मे ही उनके सामने चली जाती थी व अक्सर इसी प्रकार की हरकत किया करती थी। उसकी इन हरकतों से हम घर वाले काफी परेशान हो गये थे। मैने घरवालों के साथ मिलकर 3-4 दिन से अपनी बहन को रास्ते से हटाने के लिए तैयार किया ।

दिनांक-16.01.2021 की शाम को बैठकर एक योजना बनाई कि आज रात में इसे मार देते है और दिन में मैने जाकर उस जगह की रेकी किया था । योजना के अनुसार दिनांक 16/17.01.2021 की ही रात्रि करीब एक बजे, मेरी मां ने मृतका को शौच के बहाने लेकर चकबाग स्थित अपने खेत पर गयी पीछे से मै और मेरे पिता भी गये। पिता मंशाराम घटना स्थल को जाने वाले रास्ते पर खड़े होकर निगरानी करने लगा और मैं अपने खेत में पहुंचा जहां पर मेरी मां, मेरी बहन को लेकर पहले से ही मौजूद थी । मैंने मृतका को अंकुर वर्मा के सरसों के खेत में ले जाकर उसका गला दबाया और मेरी मां ने उसका पैर पकड़ा था । पुष्ट करने के लिए गले को दुपट्टे से कसकर बांध दिया था घटना को बलात्कार का रूप देने के लिए मैने अपने बहन के कपड़े निकाल कर उसके Private Part में लकड़ी के डंडे से क्षति पंहुचाई और बगल वाले खेत में एक डिब्बा और चप्पल शिनाख्त के लिए रख दिया । मेरी मां ने गांव की राजरानी से बताया कि लड़की नही मिल रही है । राजरानी ने खेत से चप्पल मिलने की बात बताई लेकिन शव मिलने की बात नही बतायी। शव को खेत से बाहर निकाल रहे थे तब तक प्रधान आ गये और उसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी । हम लोगों ने पहले हत्या करने की ही योजना बनाई थी परन्तु कुछ दिन पूर्व सतरिख थाना क्षेत्र में बलात्कार व हत्या की घटना हुई थी जिसमें परिजनों को सरकारी व प्राइवेट रूप से काफी आर्थिक सहायता मिली थी, इस लिए खेत में ले जाकर बलात्कार व हत्या का षडयन्त्र का मन बनाया जिससे सहानुभूति का लाभ प्राप्त हो सके और वैधानिक कार्यवाही से भी बचा जा सके ।

हालांकि जनपद बाराबंकी पुलिस ने घटना का खुलासा करने का पूर्ण प्रयास किया परंतु डिजिटल साक्ष्यो के अभाव के कारण घटना का अति शीघ्र खुलासा नहीं हो पाया परंतु पुलिस विभाग तन मेहता एवं पूर्ण मेहनत से घटना के खुलासे में लगा रहा और उन्हें मैनुअल तरीकों से घटना के अनावरण में सफलता प्राप्त हुई।

जनपद बाराबंकी से नितेश मिश्रा की रिपोर्ट!

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